लखनऊ। समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव से आज लखनऊ में पार्टी मुख्यालय पर प्रदेश के अलग-अलग जिलों से आए उलेमा-ए-इकराम के एक प्रतिनिधिमंडल ने मुलाकात की। इस खास मौके पर उलेमाओं ने अखिलेश की नेतृत्व क्षमता की जमकर तारीफ की और उनके दोबारा मुख्यमंत्री बनने की दुआ मांगी।
समाजवादी पार्टी के प्रति एकजुटता का ऐलानउलेमा-ए-इकराम ने कहा कि अखिलेश यादव अपने पिता और समाजवादी पार्टी के संस्थापक मुलायम सिंह यादव के रास्ते पर चल रहे हैं। वे हर वर्ग को साथ लेकर चलने में यकीन रखते हैं। इस दौरान उलेमाओं ने समाजवादी पार्टी के प्रति अपनी एकजुटता और समर्थन का वादा दोहराया। उन्होंने कहा कि अखिलेश का नेतृत्व ही प्रदेश को बेहतर भविष्य दे सकता है।
अखिलेश यादव ने उलेमाओं का गर्मजोशी से स्वागत किया और कहा कि समाजवादी पार्टी का हर वर्ग के साथ गहरा भावनात्मक रिश्ता है। उन्होंने मौजूदा भाजपा सरकार पर जमकर निशाना साधा। अखिलेश ने कहा कि भाजपा सरकार में अन्याय और अत्याचार चरम पर है। निर्दोष लोगों को झूठे केस में फंसाया जा रहा है, मॉब लिंचिंग और हिरासत में मौतें आम हो गई हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि भाजपा अपने फायदे के लिए पुलिस और प्रशासन का गलत इस्तेमाल कर रही है। साथ ही, किसानों, नौजवानों, छात्रों और बुनकरों समेत हर वर्ग को ठगा गया है। अखिलेश ने कहा कि भाजपा ने प्रदेश को हर मोर्चे पर बर्बाद कर दिया है।
2027 में भाजपा को सत्ता से बाहर करने का संकल्पपूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि 2024 के लोकसभा चुनाव में समाजवादी पार्टी ने भाजपा को कमजोर करने में अहम भूमिका निभाई थी। अब 2027 के विधानसभा चुनाव में भाजपा को सत्ता से हटाना ही देश और प्रदेश के हित में होगा। उन्होंने वादा किया कि समाजवादी पार्टी की सरकार बनने पर पीडीए (पिछड़े, दलित, अल्पसंख्यक) की नीति को अपनाते हुए सभी वर्गों के लिए कल्याण और न्याय का रास्ता खोला जाएगा।
कार्यकर्ताओं को अखिलेश का मंत्र: बूथ स्तर पर रहें तैयारअखिलेश ने कार्यकर्ताओं से अभी से विधानसभा चुनाव की तैयारियों में जुटने का आह्वान किया। उन्होंने कहा कि बूथ स्तर पर मजबूती, वोट बनवाने, बचाने, डलवाने और गिनवाने तक हर कदम पर सतर्क रहना होगा। उन्होंने चेतावनी दी कि भाजपा नफरत और सांप्रदायिकता की राजनीति करती है और चुनावों में बेईमानी से बाज नहीं आती। इसलिए कार्यकर्ताओं को हर पल चौकन्ना रहना होगा।
विदेश नीति पर भी साधा निशानाअखिलेश ने भाजपा की विदेश नीति पर भी सवाल उठाए। उन्होंने कहा कि चीन भारत का दोस्त नहीं है। वह भारतीय कारोबार और व्यापार पर कब्जा जमाने की कोशिश कर रहा है। ऐसे में उस पर निर्भर रहना देश के लिए ठीक नहीं है।
इन दिग्गजों की रही मौजूदगीइस मौके पर समाजवादी अल्पसंख्यक सभा के प्रदेश अध्यक्ष मोहम्मद शकील नदवी के साथ मौलाना आरिफ (जहूर कासमी), राव कारी सलीम देवबंद, मौलाना अब्दुल हलीम, मौलाना अशरफ, मौलाना इकबाल, मौलाना सुफियान, मौलाना शमशाद, मौलाना उमैर, मुफ्ती मोहम्मद मुदस्सिर, बहरोज़ आलम, कारी मोहम्मद असगर, कारी अफज़ाल, सूफी मुकीम, कारी जुनैद, कारी सईद अहमद, मुफ्ती साबिर, मुफ्ती अतहर, हाजी अय्यूब, मौलाना हारुन, मौलाना रेहान, मुफ्ती जुल्फिकार, मौलाना आकिल, मौलाना रिजवान, मुफ्ती नुवेद, कारी सुएब, कारी नईम, कारी इमरान, मौलाना फरमान, मौलाना आलिशान जैसे कई गणमान्य लोग मौजूद रहे। कार्यक्रम में राष्ट्रीय उपाध्यक्ष किरनमय नंदा, समाजवादी अल्पसंख्यक सभा के राष्ट्रीय अध्यक्ष मौलाना इकबाल कादरी, राष्ट्रीय सचिव राजेन्द्र चौधरी, प्रदेश अध्यक्ष श्याम लाल पाल और तेजंदर विर्क भी शामिल हुए।
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