मौसम के मिजाज देखकर लग रहा है कि आने वाले दिनों में बारिश का कहर और बढ़ने वाला है। बंगाल की खाड़ी में बना वो निम्न दबाव का क्षेत्र अब अवसाद में बदल चुका है। ये ओडिशा के ऊपर केंद्रित है और अगले 24 घंटों में दक्षिण छत्तीसगढ़ की तरफ बढ़ते हुए कमजोर हो जाएगा। लेकिन ठहरिए, 30 सितंबर को उत्तरी अंडमान सागर में ऊपरी हवाओं का चक्रवाती परिसंचरण बनने वाला है।
इसके असर से 1 अक्टूबर के आसपास बंगाल की खाड़ी में नया निम्न दबाव का क्षेत्र पैदा हो सकता है। ऐसे में पूर्वी और मध्य भारत में 28 सितंबर से 3 अक्टूबर तक कई जगहों पर हल्की से मध्यम बारिश का सिलसिला चलेगा। खासतौर पर मध्य प्रदेश, विदर्भ और माराठवाड़ा में 28 सितंबर को बहुत भारी बारिश की चेतावनी है।
पश्चिम और पूर्वोत्तर भारत में भी मौसम अपना जलवा दिखाएगा। गोवा, महाराष्ट्र, सौराष्ट्र और कच्छ में 3 अक्टूबर तक भारी बारिश की पूरी उम्मीद है। सौराष्ट्र और कच्छ में तो 29 सितंबर को ही बहुत भारी बारिश होने वाली है। पूर्वोत्तर के राज्यों असम, मेघालय, नगालैंड, मणिपुर, मिजोरम और त्रिपुरा में 28 सितंबर से 3 अक्टूबर तक भारी बारिश का अलर्ट है, जिसमें 2 और 3 अक्टूबर को बहुत भारी बारिश हो सकती है।
ऊपर से अंडमान और निकोबार द्वीप समूह, झारखंड, ओडिशा, पश्चिम बंगाल, सिक्किम और बिहार में 28 सितंबर से 1 अक्टूबर तक तूफानी हवाओं का दौर चलेगा। ऐसे में सबको सावधान रहने की सलाह दी जा रही है। मौसम विभाग की चेतावनियों को गंभीरता से लें, वरना मुसीबत हो सकती है।
बंगाल में भारी बारिश लाएगा निम्न दबाव क्षेत्रबंगाल की खाड़ी के ऊपर कम दबाव का क्षेत्र बन रहा है, जिससे अगले सात दिनों तक बंगाल के कई इलाकों में बारिश का सिलसिला जारी रहेगा। दक्षिण बंगाल के कुछ जिलों में अलग-अलग जगहों पर भारी बारिश होने की पूरी संभावना है। मौसम विभाग के इस पूर्वानुमान से राज्य में दुर्गा पूजा का जश्न थोड़ा फीका पड़ सकता है।
याद रखिए, दुर्गा पूजा 28 सितंबर से शुरू होकर 2 अक्टूबर को विजया दशमी पर खत्म होगा। हालांकि, कई जगहों पर मूर्तियों का विसर्जन थोड़ा टाल दिया जाता है। आईएमडी ने साफ कहा है कि कोलकाता में 1 अक्टूबर को भारी बारिश हो सकती है। राज्य के दक्षिणी हिस्से के कई जिलों में अगले दो दिनों में ऐसी ही बारिश का इंतजार है।
राजस्थान में बारिश होने की संभावनाराजस्थान में कुछ जगहों पर अगले कुछ दिनों में हल्की बारिश का नामोनिशान दिख सकता है। मौसम विभाग की मानें तो पिछले 24 घंटों में राजस्थान का मौसम ज्यादातर सूखा ही रहा और दक्षिण-पश्चिम मॉनसून शुक्रवार को राज्य से पूरी तरह विदा हो गया। लेकिन मॉनसून की वापसी रेखा शनिवार को वेरावल, भरूच, उज्जैन, झांसी, शाहजहांपुर से गुजरी।
इसके प्रभाव से आने वाले दिनों में राजस्थान के उदयपुर और कोटा संभागों में कहीं-कहीं बादलों की गड़गड़ाहट के साथ हल्की बारिश हो सकती है। पिछले 24 घंटों में राज्य में मौसम सूखा रहा। पिलानी में अधिकतम तापमान 39.3 डिग्री सेल्सियस तो सिरोही में न्यूनतम 16.9 डिग्री रिकॉर्ड किया गया।
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