भारत ने हॉकी के मैदान में एक बार फिर इतिहास रच दिया है। 8 साल के लंबे इंतज़ार के बाद, भारतीय पुरुष हॉकी टीम ने एशिया कप 2025 के फाइनल में दक्षिण कोरिया को 4-1 से करारी शिकस्त दी। इस शानदार जीत के साथ भारत ने न केवल एशिया कप का खिताब अपने नाम किया, बल्कि हॉकी विश्व कप 2026 के लिए भी क्वालीफाई कर लिया। यह जीत भारतीय हॉकी के लिए एक नया सुनहरा अध्याय है।
फाइनल में भारत का दबदबाफाइनल मुकाबला बेहद रोमांचक रहा। भारतीय टीम ने शुरू से ही आक्रामक रुख अपनाया और पहले क्वार्टर में ही बढ़त बना ली। कप्तान हरमनप्रीत सिंह की अगुवाई में टीम ने शानदार समन्वय और रणनीति दिखाई। पहले हाफ में भारत ने 2-0 की बढ़त हासिल की, जिसमें मिडफील्डर सुमित ने शानदार गोल दागा। दक्षिण कोरिया ने दूसरे हाफ में वापसी की कोशिश की और एक गोल किया, लेकिन भारतीय डिफेंस ने उनकी हर कोशिश को नाकाम कर दिया।
तीसरे और चौथे क्वार्टर में भारत ने दो और गोल ठोककर स्कोर 4-1 कर दिया। फॉरवर्ड खिलाड़ी मनदीप सिंह और ललित उपाध्याय ने अपनी तेज़ी और स्किल से कोरियाई डिफेंस को छकाया। गोलकीपर पीआर श्रीजेश ने भी कई शानदार बचाव किए, जिसने दक्षिण कोरिया को और गोल करने से रोक दिया।
विश्व कप का टिकट पक्काइस जीत के साथ भारत ने हॉकी विश्व कप 2026 के लिए क्वालीफाई कर लिया है। यह भारतीय हॉकी के लिए एक बड़ी उपलब्धि है, क्योंकि टीम पिछले कुछ सालों से लगातार बेहतर प्रदर्शन कर रही है। टोक्यो ओलंपिक में कांस्य पदक और अब एशिया कप की जीत ने साबित कर दिया कि भारतीय हॉकी फिर से अपने सुनहरे दौर की ओर बढ़ रही है।
प्रशंसकों में उत्साह की लहरभारत की इस जीत से प्रशंसकों में उत्साह की लहर है। सोशल मीडिया पर #HockeyIndia और #AsiaCup2025 ट्रेंड कर रहे हैं। प्रशंसक खिलाड़ियों की तारीफ करते नहीं थक रहे। एक फैन ने लिखा, “ये भारतीय हॉकी का नया युग है। विश्व कप में भी धमाल मचाएंगे!” कोच क्रेग फुल्टन ने भी टीम की मेहनत और एकजुटता की तारीफ की। उन्होंने कहा, “हमारी टीम ने हर पल पूरी जान लगाई। यह जीत हर भारतीय के लिए है।”
आगे की राहअब भारतीय टीम की नज़र विश्व कप पर है। विशेषज्ञों का मानना है कि यह टीम अपने शानदार फॉर्म को जारी रखते हुए विश्व कप में भी बड़ा कमाल कर सकती है। अगले कुछ महीनों में टीम और कड़ी मेहनत करेगी ताकि वैश्विक मंच पर भी भारत का परचम लहराए।
यह जीत न केवल खिलाड़ियों के लिए, बल्कि पूरे देश के लिए गर्व का पल है। भारतीय हॉकी के इस नए दौर को देखकर हर हिंदुस्तानी का सीना गर्व से चौड़ा हो रहा है।
You may also like
हरदोई से अयोध्या तक : समाजसेवा से रामलला की सेवा तक कृष्ण मोहन की गौरवगाथा
कार्डिफ में पहला टी20 मैच, साउथ अफ्रीका से बदला लेने उतरेगा इंग्लैंड
एनसीआर में थमी बारिश, अब बढ़ेगा पारा, तेज धूप और उमस करेगी परेशान
वैश्विक अस्थिरता और कुछ साझेदारों के भारी शुल्कों के बावजूद भारत के वस्त्र उद्योग ने मजबूती का किया प्रदर्शन : गिरिराज सिंह
अब बार-बार चिरौरी क्यों करने लगे हैं डोनाल्ड ट्रंप.. भारत बिना नहीं अमेरिका का गुजारा