रांची, 30 अक्टूबर (Udaipur Kiran) .भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो (एसीबी) ने
शराब घोटाला मामले गुरुवार को आईएएस अधिकारी मुकेश कुमार से पूछताछ की. वे उत्पाद एवं मद्य निषेध विभाग के सचिव थे.
जानकारी के मुताबिक एसीबी ने उनसे फर्जी बैंक गारंटी पर राज्य की खुदरा शराब दुकानों में मैनपावर आपूर्ति का ठेका लेने वाली दो प्लेसमेंट एजेंसियों मेसर्स मार्शन इनोवेटिव सिक्योरिटी सर्विस प्राइवेट लिमिटेड व मेसर्स विजन हास्पिटालिटी सर्विसेज के विरुद्ध साक्ष्य के बावजूद कार्रवाई नहीं करने के मामले में पूछताछ की है.
राज्य सरकार को 38 करोड़ रुपये के राजस्व का नुकसान पहुंचा था
इन दोनों एजेंसियों ने पूर्व की उत्पाद नीति के तहत Jharkhand राज्य बेवरेजेज कॉर्पोरेशन लिमिटेड (जेएसबीसीएल) के तहत खुदरा शराब दुकानों में मैनपावर आपूर्ति का ठेका लिया था.
फर्जी बैंक गारंटी देने के चलते राज्य सरकार को 38 करोड़ रुपये के राजस्व का नुकसान पहुंचा था. शराब घोटाला केस में अब तक एसीबी की छानबीन में जिनके विरुद्ध भी जानकारी सामने आई है, एसीबी एक-एक कर सबसे पूछताछ कर रही है.
हाल ही में तत्कालीन उत्पाद सचिव विनय कुमार चौबे के करीबी विनय सिंह की गिरफ्तारी और उनके ठिकानों पर छापेमारी के दौरान बरामद दस्तावेज के आधार पर भी एसीबी ने प्रश्न तैयार किया है, जिसके आधार पर पूछताछ चल रही है.
उल्लेखनीय है कि इससे पहले एसीबी ने पूर्व उत्पाद सचिव आइएएस मनोज कुमार से बुधवार को भी पूछताछ की थी. मनोज से गुरुवार को भी पूछताछ की गयी.
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(Udaipur Kiran) / विकाश कुमार पांडे
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