मंदसौर, 5 अगस्त (Udaipur Kiran) । मध्य प्रदेश के मंदसौर जिले में तहसीलदार बुधवार से कोई काम नहीं करेंगे। वे केवल आपदा प्रबंधन से संबंधित दायित्व ही निभाएंगे। इसको लेकर उन्होंने मंगलवार को कलेक्टर अदिती गर्ग को ज्ञापन सौंपा है।
दरअसल, तहसीलदार नए कार्य विभाजन से नाराज हैं। प्रदेशभर के तहसीलदार, न्यायिक और गैर न्यायिक कार्य विभाजन का विरोध कर रहे हैं। इस संबंध में विभागीय मंत्री और वरिष्ठ अधिकारियों से भी चर्चा कर चुके हैं, पर उनका रुख सकारात्मक नहीं दिखा। ऐसे में राज्य के तहसीलदारों और नायब तहसीलदारों ने काम बंद करने का निर्णय ले लिया है। प्रदेश के तहसीलदार सरकार से मिले वाहन भी लौटाएंगे। राजस्व अधिकारी संघ ने यह निर्णय लिया। इस निर्णय से किसानों व आमजनों के जमीन के नामांकन, बंटवारा आदि से संबंधित सभी काम अटक जाएंगे। इधर इस मामले को लेकर मंदसौर में भी राजस्व अधिकारी विरोध में है।
राजस्व विभाग ने प्रदेशभर में तहसीलदारों व नायब तहसीलदारों को न्यायिक और गैर न्यायिक कार्य में बांट दिया है। इसके अंतर्गत फील्ड में सक्रिय अधिकारियों को न्यायिक कार्य से वंचित कर दिया गया है। वहीं न्यायिक कार्य में संलग्न तहसीलदारों को फील्ड से हटाया गया है। न्यायिक और गैर न्यायिक कार्य विभाजन का तहसीलदार और नायब तहसीलदार विरोध कर रहे हैं। बुधवार यानी 6 अगस्त से वे केवल आपदा प्रबंधन से संबंधित कामकाज ही करेंगे, अन्य कोई काम नहीं करेंगे। इससे आमजनों की दिक्कत बना तय है। जमीन के नामांकन, बंटवारा आदि से संबंधित काम अटक जाएंगे।
—————
(Udaipur Kiran) / अशोक झलोया
You may also like
Raksha Bandhan 2025: इस बार भद्रा नहीं, राहु काल का साया, भूलकर भी इस समय न बांधें राखी!
बिहार देश का पहला राज्य, जहां चुनाव में हर बूथ पर वोटरों की अधिकतम संख्या 1200 होगी
15 साल में नरक दिखा देगा AI, 2027 से शुरू होगा बुरा दौर, डरा देगी गूगल के पूर्व अधिकारी की ये भविष्यवाणी
DUSU चुनाव से पहले आप की नई स्टूडेंट यूनियन की DU में एंट्री, नॉर्थ कैंपस में लगे पोस्टर, की गई ये अपील
प्रेमी जोड़े को जूतों की माला, खंभे से बांधकर पीटा, आपत्तिजनक हालत में मिले थे