रामगढ़, 30 मई . रामगढ़ जिले में विकसित कृषि संकल्प अभियान की शुरुआत शुक्रवार को की गई. जिले के चितरपुर प्रखंड से योजना की शुरुआत की गई. प्रखंड के तेबरदाग, चितरपुर पूर्वी पंचायत भवन एवं लारी कला पंचायत भवन में भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद्, कृषि एवं किसान कल्याण विभाग तथा कृषि एवं कल्याण मंत्रालय के संयुक्त तत्वावधान में प्री -खरीफ विकसित कृषि संकल्प अभियान की शुरुआत हुई .
रामगढ़ जिले में कुल 90 गांवों में ये कार्यक्रम की जाएगी. चितरपुर के कुल नाै गांवों में से छह गांवों में कार्यक्रम सम्पन्न हो चुका हैं. कृषि विज्ञान केन्द्र के डां सुधांशु शेखर ने उन्नत कृषि प्रौद्योगिकी के साथ साथ पशुधन, मुर्गीपालन आदि के बारे में किसानों के बीच अपनी बात रखी .
डॉ इंद्रजीत ने कृषि विकास के लिए विभिन्न सरकारी योजनाओं और नीतियों के बारे में किसानों के बीच महत्वपूर्ण जानकारी दी. डॉ बी. सी. वर्मा ने स्वायल हेल्थ कार्ड में सुझाई गई विभिन्न फसलों के चयन और संतुलित उर्वरकों के उपयोग के लिए किसानों को शिक्षित किया .
डॉ अमृता बनर्जी ने पौधे में लगनेवाले रोग के नियंत्रण और निदान के बारे में कार्यक्रम में उपस्थित किसानों को जानकारी दी.
कृषि प्रौद्योगिकी प्रबंधन अभिकरण आत्मा के चन्द्रमौली सिंह ने प्राकृतिक खेती की वर्त्तमान समय में इसकी खेती की आवश्यकता पर बल दिया.
डॉ सोमनाथ राय ने धान फसल के अनेकों प्रभेद की खूबी के बारे जानकारी रखी. प्रतिरोधी किस्म के धान, सूखा रोधी धान के किस्म और उसके फायदे के बारे में महत्वपूर्ण जानकारी दी .
प्रखंड कृषि पदाधिकारी चित्रा सिंह मुंडा ने पीएम किसान सम्मान निधि, पीएम कुसुम योजना का लाभ कैसे ले सकते हैं, उस विषय पर जानकारी दी.
इफिको के प्रतिनिधि आशीष कुमार ने नैनौ यूरिया, डीएपी, सागरिका के तरल रुप के प्रयोग से क्या लाभ होगा, उस पर चर्चा की. उपस्थित किसानों से फीडबैक का दस्तावेजीकरण किया गया.
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/ अमितेश प्रकाश
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