— वाराणसी व जौनपुर में खुशी की लहर, गद्दोपुर हाथी बाजार स्थित ननिहाल में बधाइयों का तांता
वाराणसी, 30 अक्टूबर (Udaipur Kiran) . बहरीन में चल रहे तृतीय यूथ एशियन गेम्स में भारत के लिए एक और गौरवपूर्ण पल आया, जब जौनपुर के होनहार पहलवान जयवीर यादव ने 55 किलोग्राम भार वर्ग की कुश्ती प्रतियोगिता में स्वर्ण पदक जीतकर देश का नाम रोशन किया. जयवीर की इस ऐतिहासिक जीत की खबर मिलते ही वाराणसी और जौनपुर के खेलप्रेमियों में खुशी की लहर दौड़ गई. वाराणसी के गद्दोपुर हाथी बाजार (जंसा) स्थित जयवीर के ननिहाल पर परिजनों को बधाई देने का तांता लग गया. परिजनों, मित्रों और ग्रामीणों ने मिठाइयाँ बाँटकर जयवीर की सफलता का जश्न मनाया.
—रोमांचक रहा फाइनल मुकाबला
वाराणसी कुश्ती संघ के संयुक्त सचिव गोरख यादव के अनुसार, फाइनल में जयवीर का सामना जापान के पहलवान से हुआ. मुकाबले के दौरान जयवीर 0-6 से पीछे चल रहे थे और कुश्ती समाप्त होने में मात्र 16 सेकंड बचे थे. इसी बीच जापानी खिलाड़ी ने एक ‘भारन्दज’ दांव लगाया, जिसका जयवीर ने शानदार काउंटर अटैक करते हुए उसे ‘चित’ (वाईफाल) कर दिया. इस अप्रत्याशित पलटवार के साथ जयवीर ने भारत के लिए पाँचवाँ स्वर्ण पदक दिलाने का गौरव प्राप्त किया.
—प्रशिक्षक भी वाराणसी से
Indian टीम के साथ बहरीन गए कुश्ती प्रशिक्षक राम सजन यादव भी वाराणसी के चौबेपुर क्षेत्र के निवासी हैं. उन्होंने मोबाइल पर गोरख यादव को जयवीर की जीत का पूरा विवरण साझा किया. जयवीर की सफलता पर Uttar Pradesh कुश्ती संघ के अध्यक्ष करण भूषण सिंह, महासचिव सुरेश चंद्र उपाध्याय, और वाराणसी कुश्ती संघ के कार्यवाहक अध्यक्ष राजीव सिंह ‘रानू’ ने पहलवान को हार्दिक बधाई दी. गोरख यादव ने बताया कि जयवीर वाराणसी ननिहाल में रहकर ही कुश्ती का ककहरा सीखा और खेल जीवन में पले-बढ़े.
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(Udaipur Kiran) / श्रीधर त्रिपाठी
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