कोलकाता, 23 जुलाई (Udaipur Kiran) । एशिया के सबसे पुराने फुटबॉल टूर्नामेंट इंडियनऑयल डुरंड कप के 134वें संस्करण का शुभारंभ बुधवार को कोलकाता के विवेकानंद युवा भारती क्रीड़ांगन में रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रमों के बीच हुआ। इस अवसर पर पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने प्रतीकात्मक किक मारकर टूर्नामेंट का उद्घाटन किया।
मुख्यमंत्री के साथ राज्य सरकार और सेना के कई उच्चाधिकारी भी इस मौके पर उपस्थित थे। इनमें अरूप विश्वास (बिजली, आवास, युवा सेवा एवं खेल विभाग के मंत्री), सुजीत बोस (अग्निशमन एवं आपात सेवा मंत्री), और मनोज तिवारी (राज्य मंत्री, युवा सेवा एवं खेल) शामिल रहे। सेना की ओर से लेफ्टिनेंट जनरल राम चंदर तिवारी (जनरल ऑफिसर कमांडिंग इन चार्ज, ईस्टर्न कमांड व डुरंड कप आयोजन समिति के संरक्षक), लेफ्टिनेंट जनरल मोहित मल्होत्रा (चीफ ऑफ स्टाफ, ईस्टर्न कमांड व आयोजन समिति के अध्यक्ष), मेजर जनरल ध्रुव प्रकाश शाह (नेपाली आर्मी, डीजीएमटी), मेजर जनरल राजेश अरुण मोगे (जनरल ऑफिसर कमांडिंग, बंगाल सब एरिया व आयोजन समिति के उपाध्यक्ष), और मेजर जनरल विजयकुमार आर जगताप (जनरल ऑफिसर कमांडिंग, 59 इन्फैंट्री डिवीजन) मौजूद रहे।
कार्यक्रम की शुरुआत बंगाल की आत्मिक बाउल गायन से हुई, जिसे राज्य की सांस्कृतिक मंडली ने प्रस्तुत किया। इसके बाद मराठा लाइट इन्फैंट्री की 2वीं और 6वीं बटालियन ने झंग पताका नृत्य, राजपूताना राइफल्स (2वीं बटालियन) ने क्राव मागा, असम रेजीमेंटल सेंटर ने संतुलन और सहनशक्ति का प्रदर्शन, तथा 6वीं मराठा लाइट इन्फैंट्री ने आर्मी मार्शल आर्ट रूटीन प्रस्तुत किया।
इसके अलावा 2वीं सिख रेजीमेंट ने भांगड़ा, 5 गोरखा राइफल्स (फ्रंटियर फोर्स) ने खुकरी नृत्य, और 2वीं व 19वीं सिख लाइट इन्फैंट्री ने गटका का प्रदर्शन किया। अंतिम प्रस्तुति में सभी कलाकारों और एनसीसी कैडेट्स ने भारत की सांस्कृतिक विविधता को दर्शाते हुए एक सुंदर फ्यूजन प्रस्तुत किया।
फ्लाई-पास्ट बना समारोह का मुख्य आकर्षणसमारोह का मुख्य आकर्षण रहा 209 आर्मी एविएशन स्क्वाड्रन के एक एडवांस्ड लाइट हेलीकॉप्टर द्वारा राष्ट्रीय ध्वज, और 659 आर्मी एविएशन स्क्वाड्रन व 40 रिक्की एंड ऑब्जर्वेशन यूनिट के दो चीता हेलीकॉप्टर्स द्वारा ईस्टर्न कमांड और डुरंड कप के ध्वजों के साथ किया गया फ्लाई-पास्ट।
इसके बाद मुख्यमंत्री ने अन्य गणमान्य अतिथियों के साथ ईस्ट बंगाल एफसी और साउथ यूनाइटेड एफसी के खिलाड़ियों से भेंट की और प्रतीकात्मक रूप से बॉल को किक कर प्रतियोगिता की औपचारिक शुरुआत की। इस दौरान स्टेडियम में मौजूद उत्साहित दर्शकों के बीच कुछ स्मृति बॉल्स भी फेंकी गईं।
हाफ टाइम में सेना के पाइप बैंड ने भी अपनी प्रस्तुति दी, जिसने दर्शकों का मन मोह लिया।
कोलकाता में खेले जाएंगे 15 मैचकोलकाता इस बार टूर्नामेंट के दो ग्रुपों की मेजबानी कर रहा है, जहां 15 मैच खेले जाएंगे, जिनमें एक क्वार्टर फाइनल, सेमीफाइनल और फाइनल भी शामिल हैं। ग्रुप ए में शामिल हैं – इमामी ईस्ट बंगाल एफसी, इंडियन एयर फोर्स एफटी, नामधारी एफसी (डुरंड कप में पदार्पण), और साउथ यूनाइटेड एफसी।
ग्रुप बी में हैं – पिछले साल के उपविजेता मोहन बागान सुपर जायंट, मोहम्मडन स्पोर्टिंग क्लब, बीएसएफ एफटी, और डायमंड हार्बर एफसी।
डुरंड कप: भारतीय फुटबॉल की ऐतिहासिक विरासतडुरंड कप भारत की फुटबॉल विरासत का गौरवशाली प्रतीक है। यह एशिया का सबसे पुराना और दुनिया का तीसरा सबसे पुराना फुटबॉल टूर्नामेंट है, जिसका आयोजन भारतीय सेना तीनों सेनाओं की ओर से करती है। इसकी शुरुआत 1888 में शिमला से हुई थी। 1940 में यह टूर्नामेंट दिल्ली चला गया, जहां यह सात दशकों तक आयोजित होता रहा।
2019 से यह ईस्टर्न कमांड के अधीन आया और फुटबॉल प्रेमी शहर कोलकाता को इसका मुख्य केंद्र बनाया गया। पिछले छह वर्षों में यह प्रतियोगिता एक एकल-शहर आयोजन से बढ़कर मल्टी-सिटी और मल्टी-स्टेट टूर्नामेंट बन चुका है। इस बार यह पहली बार पांच राज्यों – पश्चिम बंगाल, झारखंड, असम, मेघालय और मणिपुर में आयोजित हो रहा है।
इस टूर्नामेंट की एक और खास बात है। इसकी तीन प्रतिष्ठित ट्रॉफियां- डुरंड कप ट्रॉफी, शिमला ट्रॉफी (दोनों रोलिंग), और प्रेसिडेंट्स कप, जिसे हर साल नया बनवाया जाता है और विजेता टीम को स्थायी रूप से दिया जाता है।
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(Udaipur Kiran) / ओम पराशर
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