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विधानसभा में विपक्ष के हंगामे पर मंत्री राठौड़ का हमला, एक्सक्लुसीव फुटेज में देखें कांग्रेस पर घुसपैठियों के हक में नारे लगाने का लगाया आरोप

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राजस्थान विधानसभा में मंगलवार को वोटर वैरिफिकेशन (SIR) के विरोध में विपक्ष द्वारा हंगामा करने और शोकाभिव्यक्ति के दौरान भी हंगामा जारी रखने को लेकर मंत्री कर्नल राज्यवर्धन सिंह राठौड़ ने कांग्रेस पर कड़ा हमला बोला। उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने आज सत्ता में बने रहने के अपने फॉर्मूले को सार्वजनिक रूप से उजागर कर दिया।

मंत्री राठौड़ ने विधानसभा में कहा कि वोटर वैरिफिकेशन एक संवैधानिक प्रक्रिया है, जिसे लोकतांत्रिक तरीके से लागू किया जा रहा है। लेकिन आज कांग्रेस के विधायकों ने इसके खिलाफ नारेबाजी की। उन्होंने कांग्रेस पर सवाल उठाया कि क्या यह लोग घुसपैठियों के हक में नारे लगा रहे थे। राठौड़ ने इस अवसर पर विपक्ष की कार्रवाई को अनुचित और संवैधानिक मर्यादाओं के खिलाफ बताया।

राजस्थान विधानसभा में मंगलवार को चल रहे सत्र में SIR के मुद्दे पर चर्चा के दौरान कांग्रेस विधायकों और अन्य विपक्षी दलों ने जोरदार हंगामा किया। उन्होंने सरकार की नीति और वोटर वैरिफिकेशन प्रक्रिया पर विरोध दर्ज कराते हुए विरोध स्वरूप शोकाभिव्यक्ति तक में व्यवधान डाल दिया। इससे विधानसभा की कार्यवाही बाधित हुई और विपक्ष के हंगामे के कारण कई प्रस्तावों पर चर्चा प्रभावित हुई।

मंत्री राठौड़ ने इस अवसर पर कहा कि सरकार सभी संवैधानिक और कानूनी प्रक्रियाओं का पालन कर रही है। उन्होंने जोर देकर कहा कि वोटर वैरिफिकेशन का उद्देश्य केवल मतदाता सूची को सही और पारदर्शी बनाना है, जिससे किसी प्रकार की गड़बड़ी या धोखाधड़ी न हो सके। उन्होंने विपक्ष के हंगामे को लोकतंत्र और संवैधानिक मर्यादाओं के खिलाफ बताया।

राजनीतिक विश्लेषकों का कहना है कि SIR को लेकर विपक्ष का गुस्सा और हंगामा इस बात का संकेत है कि सरकार के संवैधानिक कदमों और चुनावी प्रक्रिया में पारदर्शिता बढ़ाने के प्रयासों को राजनीतिक स्तर पर चुनौती दी जा रही है। विशेषज्ञों के अनुसार, इस तरह के हंगामे अक्सर संवैधानिक मुद्दों और सत्ता समीकरणों के बीच टकराव की स्थिति को उजागर करते हैं।

कर्नल राठौड़ ने कहा कि सरकार कानून और संविधान के दायरे में रहते हुए सभी आवश्यक कदम उठा रही है और लोकतांत्रिक प्रक्रियाओं के तहत वोटर वैरिफिकेशन पूरी तरह से वैध है। उन्होंने विपक्ष से अपील की कि वे संवैधानिक प्रक्रियाओं का सम्मान करें और राजनीति को स्थायी आधार पर मुद्दों तक सीमित रखें।

इस हंगामे ने विधानसभा के भीतर राजनीतिक और संवैधानिक बहस को और अधिक गर्म कर दिया है। मंत्री राठौड़ ने स्पष्ट किया कि सरकार घुसपैठियों के खिलाफ भी कड़ा रुख रखती है और वोटर वैरिफिकेशन प्रक्रिया में किसी प्रकार की अनियमितता को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।

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