उत्तर प्रदेश में वृन्दावन को सबसे पवित्र स्थान माना जाता है। इस शहर को देखने के लिए न सिर्फ पूरे भारत से बल्कि विदेशों से भी लोग आते हैं। वृन्दावन को भगवान कृष्ण की बाल लीलाओं का स्थान माना जाता है। इसी वजह से कुछ यहां के लोगों के बीच लोकप्रिय हैं। यहां आपको खूब राधा-कृष्ण बनाएं.
सावन के महीने में वैसे तो वृन्दावन के मंदिरों की रौनक बढ़ जाती है। प्रेम मंदिर और बांके बिहारी मंदिर के दर्शन के लिए लोग अक्सर वृन्दावन जाते हैं। लेकिन अगर आप भी यहां घूम घूमने का प्लान बना रहे हैं तो बाकी दोनों मंदिरों पर नजर डाल लें। आइए जानते हैं इन मंदिरों के बारे में...
इस्कॉन मंदिरवृन्दावन का इस्कॉन मंदिर भी एक प्रसिद्ध स्थान है। इस मंदिर को कृष्ण बलराम मंदिर के नाम से भी जाना जाता है। यहां आरती और भगवद गीता की कक्षाएं आती हैं और दिव्य मंदिर में आने वालों का मन मंत्रमुग्ध हो जाता है। इस्कॉन मंदिर रोजाना सुबह 4.30 बजे खुलता है और दोपहर 1 बजे बंद हो जाता है। वहीं, यह मंदिर शाम 4.30 बजे खुलता है और रात 8.30 बजे बंद हो जाता है।
राधा रमण मंदिरयह मंदिर राधा रमण मंदिर से दूर वरंदावन रेलवे स्टेशन के पास स्थित है। यहां मंदिर रोजाना सुबह 8 बजे से दोपहर 12:30 बजे तक खुला रहता है। यह शाम 6 बजे से रात 8 बजे तक खुला रहता है।
निधिवन मंदिरनिधिवन मंदिर भारत के सबसे रहस्यमय मंदिरों में से एक है। यहां शाम की आरती के बाद लोग और पुजारी चले जाते हैं। यहां हर रात श्रीकृष्ण अपनी गोपियों के साथ रासलीला करने आते हैं।
श्री रंगनाथ मंदिरवृन्दावन को मन्दिरों का शहर भी कहा जाता है। यहां का श्री रंगनाथ मंदिर सबसे बड़ा है। यह भगवान विष्णु और देवी लक्ष्मी का प्रतीक है। श्री रंगनाथ मंदिर शहर में प्रसिद्ध है। आपको बता दें कि आप मथुरा से वृन्दावन तक बस या ट्रेन से यहां पहुंच सकते हैं। यहां आपको अपने लिए सभी लॉज या होटल भी मिल जाएंगे।
You may also like
टूरिस्ट फैमिली: तमिलनाडु में बॉक्स ऑफिस पर चौंकाने वाली सफलता
पुलिस की लापरवाही देख कोर्ट ने लगाई फटकार, रिमांड लौटाया
'पहलगाम हमले में मौतों की जिम्मेदारी ले केंद्र सरकार', रांची में बोले कांग्रेस अध्यक्ष खड़गे
नेतृत्व की मांगों को पूरा करना 'बहुत कठिन' हो रहा था : कोहली
मूडीज ने 2025 में भारत की जीडीपी वृद्धि दर 6.3 प्रतिशत रहने का लगाया अनुमान