इंटरनेट डेस्क। संसद का मानसून सत्र का पहला दिन हंगामे के नाम रहा। मानसून सत्र के पहले दिन हंगामे और स्थगन के बीच कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने पक्षपात का आरोप लगाते हुए कहा कि विपक्ष का नेता होने के बावजूद उन्हें लोकसभा में बोलने नहीं दिया गया। सदन की कार्यवाही स्थगित होने के बाद राहुल ने संसद भवन के बाहर मीडिया से बात करते हुए यह बात कही।
मीडिया रिपाटर्स की माने तो राहुल गांधी ने कहा कि रक्षा मंत्री और सरकार के अन्य लोगों को बोलने की इजाजत है, लेकिन विपक्षी नेताओं को बोलने नहीं दिया जा रहा। मैं विपक्ष का नेता हूं, बोलना मेरा अधिकार है, मुद्दे उठाना मेरा काम है, लेकिन वे मुझे बोलने नहीं दे रहे।
उन्होंने आरोप लगाया कि सरकार एक नया तरीका अपना रही है। उन्होंने कहा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सदन से चले गए। अगर वे अनुमति दें तो चर्चा हो सकती है, लेकिन मुद्दा यह है कि परंपरा कहती है कि अगर सरकार के नेताओं को बोलने की अनुमति है, तो हमें भी जगह दी जानी चाहिए।
pc-telegraphindia.com
You may also like
पति की हत्याकर घर में दफनाया, लगवा दिए टाइल्स, फिर प्रेमी संग फरार!
उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ के इस्तीफे से हैरान उपेंद्र कुशवाहा, नीतीश को लेकर अब ये दिया बयान
शपथ समारोह वाली फोटो से अजित पवार ने फडणवीस को दी 'बर्थडे' की बधाई, दादा को किसने-किसने कहा जन्मदिन मुबारक, जानें
डोनाल्ड ट्रंप की फुटबाल टीम का नाम फिर से 'रेडस्किन्स' करने की कोशिश के विरोध में आगे आए मूल अमेरिकियों के संगठन
यूपी: नौ पीएसएस अधिकारियों के तबादले, अरविंद मिश्रा बने अपर सूचना निदेशक