हरियाणा के आईपीएस अधिकारी वाई पूरन कुमार की आत्महत्या मामले में एक बड़ा अपडेट सामने आया है। उनकी पत्नी और आईएएस अधिकारी अमनित पी कुमार ने पुलिस में शिकायत दर्ज कराई है। उन्होंने हरियाणा के डीजीपी शत्रुजीत कपूर और रोहतक के एसपी नरेंद्र बिजरानिया पर गंभीर आरोप लगाए हैं। अमनित का कहना है कि इन अधिकारियों की प्रताड़ना के कारण उनके पति की मौत हो गई।सेक्टर 11 थाने के एसएचओ को लिखे पत्र में अमनी ने डीजीपी और एसपी के खिलाफ बीएनएस की धारा 108 और एससी/एसटी एक्ट के तहत मामला दर्ज करने की मांग की है। उन्होंने स्पष्ट किया कि उनके पति को उच्च अधिकारियों द्वारा जाति के आधार पर प्रताड़ित किया गया था। अमनी ने बताया कि उनके पति ने अपने सुसाइड नोट में इस उत्पीड़न का जिक्र किया है। वाई पूरन कुमार ने अपनी पत्नी को पहले ही बता दिया था कि उन्हें जीडीपी शत्रुजीत कपूर द्वारा झूठे मामले में फंसाया जा रहा है। रोहतक के अर्बन स्टेट थाने में धारा 308 के तहत मामला दर्ज किया गया था।अमनित ने बताया कि उनके पति के स्टाफ सदस्य सुनील को भी इस साज़िश का शिकार बनाया गया है। इस मामले में सबूतों से छेड़छाड़ की गई है और उन्हें झूठे आरोपों में फँसाया गया है। अमनित ने न्याय की माँग करते हुए कहा है कि उन्हें सुसाइड नोट की एक और कॉपी मिली है जिसे वह पुलिस के साथ साझा करेंगे। अमनित पी कुमार ने साफ़ कहा है कि उन्हें न्याय चाहिए। उन्होंने कई बार अधिकारियों द्वारा की जा रही प्रताड़ना की शिकायत की है, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई है। अब उन्होंने पुलिस से इस मामले को गंभीरता से लेने और उचित कार्रवाई करने की माँग की है। यह मामला सिर्फ़ एक अधिकारी की मौत का नहीं, बल्कि एक पत्नी के लिए न्याय की तलाश का भी है।चौंकाने वाला खुलासाएक मीडिया रिपोर्ट से पता चला है कि घटना से ठीक एक दिन पहले 6 अक्टूबर को उन्होंने एक वसीयत तैयार की थी। जिसमें उन्होंने अपनी सारी चल-अचल संपत्ति अपनी पत्नी और वरिष्ठ आईएएस अधिकारी अमनीत पी कुमार के नाम छोड़ दी थी। इसके साथ ही उन्होंने 9 पन्नों का एक सुसाइड नोट लिखा था जो उन्होंने अपनी पत्नी को भी भेजा था। उनकी पत्नी उस समय मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी के साथ आधिकारिक यात्रा पर जापान गई हुई थीं। जब पूरन कुमार ने उन्हें वसीयत और सुसाइड नोट भेजा तो अमनीत कुमार ने उन्हें 15 बार फोन किया लेकिन उन्होंने एक बार भी फोन नहीं उठाया। घबराकर अमनीत ने अपनी छोटी बेटी अमूल्या को फोन किया और उसे तुरंत अपने पिता से बात करने के लिए कहा। अपनी मां के फोन के बाद अमूल्या घर पहुंची और अपने पिता को खून से लथपथ बेसमेंट में सोफे पर पड़ा पाया।कई अधिकारियों पर आरोपमीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, पूरन कुमार की मौत के बाद उनके 9 पन्नों के सुसाइड नोट ने पुलिस और प्रशासन में भूचाल ला दिया है। सुसाइड नोट में उन्होंने 15 वरिष्ठ और पूर्व आईपीएस-आईएएस अधिकारियों पर जातिगत भेदभाव, मानसिक उत्पीड़न और सार्वजनिक रूप से अपमानित करने जैसे गंभीर आरोप लगाए हैं। मीडिया रिपोर्ट में हरियाणा के वर्तमान मुख्य सचिव अनुराग रस्तोगी, डीजीपी शत्रुजीत कपूर, पूर्व मुख्य सचिव टीवीएसएन प्रसाद, पूर्व एसीएस (गृह) राजीव अरोड़ा, पूर्व डीजीपी मनोज यादव और पीके अग्रवाल समेत कई वरिष्ठ आईपीएस अधिकारियों के नाम शामिल हैं।मीडिया रिपोर्ट में यह भी कहा गया है कि डीजीपी शत्रुजीत कपूर अपने खिलाफ झूठा मामला गढ़ने के लिए एसपी नरेंद्र बिजरानिया को 'ढाल' की तरह इस्तेमाल कर रहे थे। आईपीएस माता रवि किरण द्वारा आपत्तिजनक भाषा का इस्तेमाल उनके लिए आखिरी वजह साबित हुआ।
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