भागलपुर/पटना: बिहार विधानसभा चुनाव 2025 से पहले भागलपुर में एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है, जहां पाकिस्तान से आई दो महिलाओं के वोटर आईडी कार्ड बन गए। केंद्रीय गृह मंत्रालय की जांच में यह खुलासा हुआ है, जिसके बाद अवैध रूप से वीजा अवधि को ओवरस्टे कर रहे विदेशियों का पता लगाने की प्रक्रिया शुरू हो गई है। जांच में भागलपुर में तीन पाकिस्तानी नागरिकों के रहने की पुष्टि हुई है, जिनमें से दो महिलाओं के नाम मतदाता पहचान पत्र भी बन गया है। इस मामले के सामने आने के बाद पुलिस मुख्यालय ने एसएसपी से जांच कराई है और भागलपुर के डीएम और एसएसपी से विस्तृत रिपोर्ट तलब की गई है।
केंद्रीय मंत्रालय पता लगाने में जुटा
केंद्रीय गृह मंत्रालय अवैध रूप से वीजा अवधि को ओवरस्टे कर रहे विदेशियों का पता लगाने में जुटा है। इस पड़ताल में भागलपुर में तीन पाकिस्तानी नागरिकों के रहने की पुष्टि हुई है। इशाकचक थाना क्षेत्र के भीखनपुर गुमटी नंबर 3 टैंक लेन में दो महिलाएं रह रही हैं। मंत्रालय की रिपोर्ट पर जब पुलिस मुख्यालय ने एसएसपी से जांच कराई तो हैरान करने वाले खुलासे हुए। इन दो महिलाओं के नाम पर वोटर आईडी कार्ड भी बन गए।
स्पेशल ब्रांच की रिपोर्ट से पुलिस मुख्यालय में भी सनसनी
स्पेशल ब्रांच की रिपोर्ट पर पुलिस मुख्यालय में सनसनी फैल गई है। स्पेशल ब्रांच के एसपी ने अब विस्तृत जानकारी देकर भागलपुर के डीएम और एसएसपी से जांच और सत्यापन कर आवश्यक कार्रवाई समेत विस्तृत रिपोर्ट तलब की है। भागलपुर के डीएम डॉ. नवल किशोर चौधरी ने इस मामले पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि दोनों पाकिस्तानी महिलाओं का नाम मतदाता सूची से काटने की प्रक्रिया शुरू हो गई है।
पाकिस्तान की दो महिलाओं ने बिहार में बनवा लिया वोटर कार्ड
एक अखबार के अनुसार गृह मंत्रालय की जांच में सामने आया कि टैंक लेन में इमराना खानम उर्फ इमराना खातून, पिता इबतुल हसन और फिरदौसिया खानम पति मो. तफजील अहमद के नाम से मतदाता पहचान पत्र बनाया गया है। प्रशासन के पास दोनों का इपिक नंबर है। रिपोर्ट में पाया गया कि रंगपुर निवासी फिरदौसिया 19 जनवरी 1956 को 3 महीने के वीजा पर भारत आई थी। वहीं इमराना 3 साल के वीजा पर आई थी। इसके अलावा, पाक नागरिक मोहम्मद असलम 24 मई 2002 को दो साल के लिए भारत आया था। असलम ने भी अपना आधार कार्ड बनवा लिया है। यानी एक तरह से तीनों ने हिंदुस्तान में रहकर यहां की नागरिकता हासिल करने की पूरी तैयारी कर ली थी। लेकिन अब इनका खुलासा हो गया है।
केंद्रीय मंत्रालय पता लगाने में जुटा
केंद्रीय गृह मंत्रालय अवैध रूप से वीजा अवधि को ओवरस्टे कर रहे विदेशियों का पता लगाने में जुटा है। इस पड़ताल में भागलपुर में तीन पाकिस्तानी नागरिकों के रहने की पुष्टि हुई है। इशाकचक थाना क्षेत्र के भीखनपुर गुमटी नंबर 3 टैंक लेन में दो महिलाएं रह रही हैं। मंत्रालय की रिपोर्ट पर जब पुलिस मुख्यालय ने एसएसपी से जांच कराई तो हैरान करने वाले खुलासे हुए। इन दो महिलाओं के नाम पर वोटर आईडी कार्ड भी बन गए।
स्पेशल ब्रांच की रिपोर्ट से पुलिस मुख्यालय में भी सनसनी
स्पेशल ब्रांच की रिपोर्ट पर पुलिस मुख्यालय में सनसनी फैल गई है। स्पेशल ब्रांच के एसपी ने अब विस्तृत जानकारी देकर भागलपुर के डीएम और एसएसपी से जांच और सत्यापन कर आवश्यक कार्रवाई समेत विस्तृत रिपोर्ट तलब की है। भागलपुर के डीएम डॉ. नवल किशोर चौधरी ने इस मामले पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि दोनों पाकिस्तानी महिलाओं का नाम मतदाता सूची से काटने की प्रक्रिया शुरू हो गई है।
पाकिस्तान की दो महिलाओं ने बिहार में बनवा लिया वोटर कार्ड
एक अखबार के अनुसार गृह मंत्रालय की जांच में सामने आया कि टैंक लेन में इमराना खानम उर्फ इमराना खातून, पिता इबतुल हसन और फिरदौसिया खानम पति मो. तफजील अहमद के नाम से मतदाता पहचान पत्र बनाया गया है। प्रशासन के पास दोनों का इपिक नंबर है। रिपोर्ट में पाया गया कि रंगपुर निवासी फिरदौसिया 19 जनवरी 1956 को 3 महीने के वीजा पर भारत आई थी। वहीं इमराना 3 साल के वीजा पर आई थी। इसके अलावा, पाक नागरिक मोहम्मद असलम 24 मई 2002 को दो साल के लिए भारत आया था। असलम ने भी अपना आधार कार्ड बनवा लिया है। यानी एक तरह से तीनों ने हिंदुस्तान में रहकर यहां की नागरिकता हासिल करने की पूरी तैयारी कर ली थी। लेकिन अब इनका खुलासा हो गया है।
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