चंडीगढ़: भारत-पाकिस्तान के बीच भले ही युद्ध खत्म करने का समझौता हो गया है, पर हरियाणा में स्वास्थ्य विभाग के कर्मचारियों की छुट्टियां अभी रद्द ही रहेंगी। हरियाणा की स्वास्थ्य मंत्री आरती सिंह राव ने रविवार को बताया कि भारत-पाकिस्तान सीमा पर बनी वर्तमान स्थिति और पाकिस्तान द्वारा बार-बार संघर्ष विराम उल्लंघन की घटनाओं के मद्देनजर राज्य के स्वास्थ्य विभाग को विशेष सतर्कता बरतने के निर्देश दिए हैं। इस संबंध में हरियाणा में स्वास्थ्य सेवाओं के महानिदेशक ने राज्य के सभी सिविल सर्जनों और मुख्य चिकित्सा अधिकारियों को सख्त आदेश जारी किए हैं।विभाग ने सभी अस्पतालों और स्वास्थ्य केंद्रों को हाई अलर्ट पर रहने का निर्देश दिया है। राज्य सरकार ने इस कदम को एहतियाती बताया है, जिसका उद्देश्य जनता की सुरक्षा और स्वास्थ्य सुविधाओं की उपलब्धता सुनिश्चित करना है। बता दें कि पाकिस्तान ने बीते कल युद्ध विराम की घोषणा के बाद एक बार फिर से जम्मू में सीमा से सटे इलाकों में फायरिंग शुरू कर दी थी जिसके बाद हरियाणा के दो जिलों सीरसा और हिसार को ब्लैकआउट कर दिया गया था। वहीं, अंबाला में लोगों को एहतियात बरतने की अपील जिला प्रशासन ने की थी। बेवजह घरों से निकलने की प्रशासन ने लोगों से अपील की थी। मुख्यालय नहीं छोड़ने के आदेशआदेश में कहा गया है कि राज्य के सभी स्वास्थ्य अधिकारियों और कर्मचारियों की सभी प्रकार की छुट्टियां, चाहे वह अर्जित अवकाश (ईएल), चाइल्ड केयर लीव (सीसीएल), असाधारण अवकाश (ईओएल) या किसी भी अन्य प्रकार की छुट्टी हो तुरंत प्रभाव से रद्द कर दी गई हैं। यह भी स्पष्ट रूप से निर्देशित किया गया है कि कोई भी अधिकारी या कर्मचारी अपने जिले का मुख्यालय नहीं छोड़ेगा और न ही छुट्टी पर जाएगा। स्वास्थ्य विभाग पूरी तरह अलर्ट मोड पर काम करेआदेश में यह भी उल्लेख किया गया है कि जो अधिकारी/कर्मचारी वर्तमान में छुट्टी पर हैं, उन्हें तुरंत अपने संबंधित जिला मुख्यालय में रिपोर्ट करना होगा और काम पर लौटना होगा। आदेशों का उल्लंघन करने वालों के खिलाफ विभागीय अनुशासनात्मक कार्रवाई की जाएगी। मंत्री आरती सिंह राव ने कहा कि सीमा पर उत्पन्न आपातकालीन स्थिति को देखते हुए यह आवश्यक हो गया है कि स्वास्थ्य विभाग पूरी तरह अलर्ट मोड पर काम करे। किसी भी अप्रत्याशित स्थिति में स्वास्थ्य सेवाएं बाधित न हों, इसके लिए सभी अधिकारियों और कर्मचारियों की उपस्थिति अनिवार्य है। निगरानी के लिए नियंत्रण कक्ष सक्रिय राज्य सरकार ने जिला स्तर पर सभी अस्पतालों और प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों में आवश्यक संसाधनों की उपलब्धता सुनिश्चित करने के भी निर्देश दिए हैं। आपातकालीन दवाओं, रक्त भंडारण, एम्बुलेंस सेवाओं और चिकित्सा कर्मचारियों की तैनाती की निगरानी के लिए नियंत्रण कक्ष सक्रिय कर दिए गए हैं।
You may also like
राजनयिकों के संघ ने विदेश सचिव मिस्री को 'ट्रोल' किये जाने पर जताई नाराजगी, कई विपक्षी दलों ने सरकार को घेरा
नदी में वॉलीबॉल का जानलेवा खेल: 3 मेडिकल छात्रों की मौत, 5 बचाए गए
मुंबई विश्वविद्यालय: पाठ्यक्रम में नागरिक सुरक्षा का समावेश
स्वास्थ्य विभाग: निर्माण पर बेतहाशा खर्च, सेवाएँ प्रभावित?
12 मई को बन रहा महासंयोग मातारानी इन 6 राशियों को देंगी मनचाहा वरदान