जितेन्द्र कुमार मौर्य, बाराबंकी: उत्तर प्रदेश के बाराबंकी में लखनऊ–बहराइच हाइवे किनारे खेत में मृत मिली महिला पुलिसकर्मी हत्याकांड का पुलिस ने चौंकाने वाला खुलासा किया है। स्वाट, सर्विलांस व थाना मसौली की संयुक्त पुलिस टीम ने महज 24 घंटे के भीतर आरोपी पति इंद्रेश मौर्या को गिरफ्तार कर कहानी का पर्दाफाश कर दिया।
पुलिस ने उसके कब्जे से हत्या में इस्तेमाल लोहे की रॉड, मृतका का पर्स और घटना में इस्तेमाल कार भी बरामद कर ली है। मृतका की बहन पूजा पाल की तहरीर पर थाना मसौली में आरोपी इंद्रेश मौर्या के खिलाफ हत्या का मुकदमा दर्ज किया गया था।
पुलिस के मुताबिक, मसौली थाना क्षेत्र के बिन्दौरा गांव के निकट खेत में बुधवार को पुलिस वर्दी में एक महिला का शव पाया गया था। जिसकी पहचान जनपद सुल्तानपुर के थाना जयसिंहपुर क्षेत्र की रहने वाली महिला आरक्षी विमलेश पाल के रूप में हुई थी। वर्तमान में ये बाराबंकी के सुबेहा थाने में तैनात थी, और रामनगर के लोधेश्वर महादेवा में ड्यूटी कर रही थी।
9 साल से प्रेम प्रसंगएसपी अर्पित विजयवर्गीय ने गुरुवार को वारदात का खुलासा करते हुए बताया कि पुलिस जांच में सामने आया कि मृतका विमलेश और आरोपी इंद्रेश के बीच 2017 से प्रेम संबंध थे। विमलेश शादी का दबाव बना रही थी लेकिन इंद्रेश ने इंकार कर दिया। इसी दौरान जबरन शादी के दबाव के चलते कोतवाली नगर में विमलेश की शिकायत पर साल 2024 में रेप और धमकी का केस दर्ज हुआ था।
रेप के मुकदमें के बाद शादी, लगी क्लोजर रिपोर्टएसपी अर्पित विजयवर्गीय ने बताया कि महिला सिपाही की शिकायत पर दर्ज रेप के मुकदमें के बाद आरोपी सिपाही इंद्रेश ने पीड़िता से कोर्ट मैरिज कर ली। न्यायालय में 164 के बयान के बाद पुलिस मुकदमें में क्लोजर रिपोर्ट लगा दी। लेकिन इंद्रेश मृतका विमलेश को साथ रखने से इंकार करता रहा। पैसों का लेनदेन, लोन और बढ़ती तकरार ने विवाद को और गहरा कर दिया। आरोपी ने महिला से पीछा छुड़ाने के लिए उसकी हत्या की साजिश रच डाली।
साजिश के तहत वारदात को दिया अंजामएसपी ने बताया कि 27 जुलाई को आरोपी इंद्रेश मौर्य समीक्षा अधिकारी की परीक्षा के बहाने लखनऊ आया था। प्लानिंग के तहत उसने वहीं से अपनी कार लेकर बाराबंकी के भयारा पहुंचा। उसे विमलेश की ड्यूटी का समय पता था और रास्ते में रोक कर उसे बुलाया काफी देर बातचीत के बाद विमलेश टॉयलेट के लिए खेत की ओर गई जिसके पीछे से लोहे की रॉड से काई वार कर हत्या कर दिया।
हत्या के बाद आरोपी देर रात लखनऊ होते हुए सुल्तानपुर लौट गया। खुद को निर्दोष दिखाने के लिए वारदात के बाद मृतका के फोन पर बार-बार कॉल और मैसेजेस करता रहा। जिससे अपने आप को निर्दोष और पुलिस को गुमराह किया जा सके।
ड्यूटी से लापता थी विमलेशएसपी ने बताया कि विमलेश की महादेवा मेला में ड्यूटी लगाई गई थी, लेकिन वो गैरहाजिर चल रही थी। जिसपर विभागीय कार्रवाई किए जाने की प्रक्रिया चल रही थी। 27 जुलाई को वारदात स्थल पर लावारिस हालत में पाई गई स्कूटी के रजिस्ट्रेशन में लगे मोबाइल नंबर उसके पति इंद्रेश का था। जो कि स्विच ऑफ होने से पता नहीं लग सका।
5 सीसीटीवी फुटेज़ खंगाले, मोबाइल ट्रैक कर हुई पहचानएसपी अर्पित विजयवर्गीय ने बताया कि पुलिस ने डिजिटल और मैन्युअल इंटेलिजेंस के जरिये अभियुक्त की लोकेशन ट्रैक की और रूट के कई सारे सीसीटीवी कैमरे खंगाले गए। पुलिस टीम के 5 सीसीटीवी फुटेज जिसमें आरोपी आते जाते देखा जा रहा है। साथ ही वारदात के दिन मोबाइल से बातचीत और लोकेशन लेकर स्थल पर पहुंचा था।
पुलिस टीम ने 31 जुलाई को भयारा रोड स्थित प्लाईवुड फैक्ट्री के पास से इंद्रेश को दबोच लिया। उसके पास से हत्या में इस्तेमाल की गई रॉड, मृतका का पर्स और वैगनआर कार बरामद हुई।
पुलिस ने उसके कब्जे से हत्या में इस्तेमाल लोहे की रॉड, मृतका का पर्स और घटना में इस्तेमाल कार भी बरामद कर ली है। मृतका की बहन पूजा पाल की तहरीर पर थाना मसौली में आरोपी इंद्रेश मौर्या के खिलाफ हत्या का मुकदमा दर्ज किया गया था।
पुलिस के मुताबिक, मसौली थाना क्षेत्र के बिन्दौरा गांव के निकट खेत में बुधवार को पुलिस वर्दी में एक महिला का शव पाया गया था। जिसकी पहचान जनपद सुल्तानपुर के थाना जयसिंहपुर क्षेत्र की रहने वाली महिला आरक्षी विमलेश पाल के रूप में हुई थी। वर्तमान में ये बाराबंकी के सुबेहा थाने में तैनात थी, और रामनगर के लोधेश्वर महादेवा में ड्यूटी कर रही थी।
9 साल से प्रेम प्रसंगएसपी अर्पित विजयवर्गीय ने गुरुवार को वारदात का खुलासा करते हुए बताया कि पुलिस जांच में सामने आया कि मृतका विमलेश और आरोपी इंद्रेश के बीच 2017 से प्रेम संबंध थे। विमलेश शादी का दबाव बना रही थी लेकिन इंद्रेश ने इंकार कर दिया। इसी दौरान जबरन शादी के दबाव के चलते कोतवाली नगर में विमलेश की शिकायत पर साल 2024 में रेप और धमकी का केस दर्ज हुआ था।
रेप के मुकदमें के बाद शादी, लगी क्लोजर रिपोर्टएसपी अर्पित विजयवर्गीय ने बताया कि महिला सिपाही की शिकायत पर दर्ज रेप के मुकदमें के बाद आरोपी सिपाही इंद्रेश ने पीड़िता से कोर्ट मैरिज कर ली। न्यायालय में 164 के बयान के बाद पुलिस मुकदमें में क्लोजर रिपोर्ट लगा दी। लेकिन इंद्रेश मृतका विमलेश को साथ रखने से इंकार करता रहा। पैसों का लेनदेन, लोन और बढ़ती तकरार ने विवाद को और गहरा कर दिया। आरोपी ने महिला से पीछा छुड़ाने के लिए उसकी हत्या की साजिश रच डाली।
साजिश के तहत वारदात को दिया अंजामएसपी ने बताया कि 27 जुलाई को आरोपी इंद्रेश मौर्य समीक्षा अधिकारी की परीक्षा के बहाने लखनऊ आया था। प्लानिंग के तहत उसने वहीं से अपनी कार लेकर बाराबंकी के भयारा पहुंचा। उसे विमलेश की ड्यूटी का समय पता था और रास्ते में रोक कर उसे बुलाया काफी देर बातचीत के बाद विमलेश टॉयलेट के लिए खेत की ओर गई जिसके पीछे से लोहे की रॉड से काई वार कर हत्या कर दिया।
हत्या के बाद आरोपी देर रात लखनऊ होते हुए सुल्तानपुर लौट गया। खुद को निर्दोष दिखाने के लिए वारदात के बाद मृतका के फोन पर बार-बार कॉल और मैसेजेस करता रहा। जिससे अपने आप को निर्दोष और पुलिस को गुमराह किया जा सके।
ड्यूटी से लापता थी विमलेशएसपी ने बताया कि विमलेश की महादेवा मेला में ड्यूटी लगाई गई थी, लेकिन वो गैरहाजिर चल रही थी। जिसपर विभागीय कार्रवाई किए जाने की प्रक्रिया चल रही थी। 27 जुलाई को वारदात स्थल पर लावारिस हालत में पाई गई स्कूटी के रजिस्ट्रेशन में लगे मोबाइल नंबर उसके पति इंद्रेश का था। जो कि स्विच ऑफ होने से पता नहीं लग सका।
5 सीसीटीवी फुटेज़ खंगाले, मोबाइल ट्रैक कर हुई पहचानएसपी अर्पित विजयवर्गीय ने बताया कि पुलिस ने डिजिटल और मैन्युअल इंटेलिजेंस के जरिये अभियुक्त की लोकेशन ट्रैक की और रूट के कई सारे सीसीटीवी कैमरे खंगाले गए। पुलिस टीम के 5 सीसीटीवी फुटेज जिसमें आरोपी आते जाते देखा जा रहा है। साथ ही वारदात के दिन मोबाइल से बातचीत और लोकेशन लेकर स्थल पर पहुंचा था।
पुलिस टीम ने 31 जुलाई को भयारा रोड स्थित प्लाईवुड फैक्ट्री के पास से इंद्रेश को दबोच लिया। उसके पास से हत्या में इस्तेमाल की गई रॉड, मृतका का पर्स और वैगनआर कार बरामद हुई।
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