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गोविंद सिंह डोटासरा का दावा- जल्द बदलेगा राजस्थान का CM, टीकाराम जूली बोले- BJP को POK नहीं, बिहार चाहिए

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कोटा: राजस्थान के कोटा में शनिवार को आयोजित 'संविधान बचाओ रैली' में कांग्रेस नेताओं ने केंद्र और राज्य की बीजेपी सरकार पर जमकर निशाना साधा। यह रैली दाधीच गार्डन में हुई, जिसका नेतृत्व पूर्व लोकसभा प्रत्याशी प्रहलाद गुंजल ने किया। इस दौरान राजस्थान प्रदेश कांग्रेस कमेटी (पीसीसी) अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा और विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष टीकाराम जूली मुख्य वक्ता रहे। रैली में गोविंद सिंह डोटासरा ने कहा कि राजस्थान के मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा जल्द बदल सकते हैं। उन्होंने तंज कसते हुए उन्हें केंद्र सरकार का 'पपेट' बताया और दावा किया कि राज्य में 'पर्चियां बदलने' का ट्रेंड बीजेपी में आम हो चुका है। डोटासरा ने महिला आरक्षण कानून को लेकर भी केंद्र की मोदी सरकार की आलोचना की। उन्होंने कहा कि भले ही 33% आरक्षण का कानून बन चुका है, लेकिन उसे लागू नहीं किया गया है।





मंत्री किरोड़ीलाल मीणा पर डोटासरा का व्यंग्य

डोटासरा ने मंत्री किरोड़ीलाल मीणा पर भी तंज कसा। उन्होंने कहा कि मीणा कभी-कभी सरकार के लिए 'टोटका' कर देते हैं, जैसे कि बजरी खनन का मामला उठाकर। डोटासरा ने यह भी आरोप लगाया कि मीणा को एक साल तक यह पता ही नहीं था कि वे किस विभाग के मंत्री हैं। सीएम भजनलाल को निशाने पर लेते हुए उन्होंने कहा, 'हमें गाली देते-देते इनके टॉन्सिल हो गए हैं।' उन्होंने बीजेपी नेताओं को चेतावनी दी कि अगर वे कांग्रेस को डराने की कोशिश करेंगे, तो उन्हें जेल जाना पड़ेगा।



जेपी नड्डा के दौरे पर टिप्पणी

डोटासरा ने बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा के राजस्थान दौरे पर भी टिप्पणी करते हुए कहा कि नड्डा ने स्पष्ट संकेत दे दिया है कि भजनलाल शर्मा को सीएम न माना जाए। उन्होंने यह भी दावा किया कि राज्य में मंत्रियों से ज्यादा उनकी और टीकाराम जूली की बात सुनी जा रही है।



अंता उपचुनाव को लेकर आत्मविश्वास

अंता विधानसभा उपचुनाव को लेकर डोटासरा ने विश्वास जताया कि वहां कांग्रेस की जीत होगी। साथ ही उन्होंने प्रहलाद गुंजल की प्रशंसा करते हुए कहा कि वह संविधान की रक्षा की आवाज देशभर में उठाएंगे।





टीकाराम जूली का केंद्र पर हमला

विपक्ष के नेता टीकाराम जूली ने कहा कि संविधान में कहीं नहीं लिखा है कि कोई मुख्यमंत्री पर्ची से चुना जाएगा, लेकिन बीजेपी ने ऐसा कर दिखाया। उन्होंने केंद्र सरकार पर 'ऑपरेशन सिंदूर' को लेकर राजनीति करने का आरोप लगाया और कहा कि बीजेपी को पीओके की नहीं, बल्कि बिहार की चिंता है। उन्हें पीओके नहीं, बिहार चाहिए।

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