शामली/झिंझाना: गुजरात एटीएस द्वारा अहमदाबाद से गिरफ्तार किए गए तीन संदिग्ध आतंकियों में झिंझाना कस्बे के मोहल्ला शेखा मैदान निवासी आजाद शेख का नाम सामने आने के बाद पूरे क्षेत्र में सनसनी फैल गई है। परिवार का कहना है कि आजाद अगस्त में 40 दिन की जमात के लिए कोलकाता गया था। ओर सात को बुढ़ाना जाने के बात कहकर घर से गया था। गुजरात कैसे पहुंच गया, पता नहीं। परिजन बोले कि आजाद सीधा-सादा लड़का है, किसी भी राष्ट्रविरोधी गतिविधि से कोई संबद्धता नहीं हो सकता। उसे किसी साजिश के तहत झूठे मामले में फंसा दिया गया है।
26 वर्षीय आजाद शेख बीते छह सालों से मुजफ्फरनगर जिले के बुढ़ाना स्थित एक मदरसे में दीनी तालीम हासिल कर रहा था। पिता सुलेमान शेख और भाई शहजाद के मुताबिक, वह 2019 से वहीं रहकर पढ़ाई कर रहा था और हाल ही में उसने ‘कारी’ की पढ़ाई पूरी की थी। पढ़ाई के बाद वह घर लौट आया था और अपने पिता और भाई के साथ राजमिस्त्री का काम करने लगा था।
परिवार ने बताया कि अगस्त में वह दिल्ली मरकज से 40 दिन की जमात में कोलकाता गया था, जिसके बाद वह घर लौट आया था। 7 नवंबर को उसने परिवार को बताया कि वह बुढ़ाना जा रहा है, लेकिन उसी शाम फोन पर बताया कि उसे बुखार है और वह अगले दिन लौट आएगा। इसके बाद उसका फोन बंद हो गया। रविवार दोपहर करीब डेढ़ बजे परिवार को अहमदाबाद एटीएस से सूचना मिली कि आजाद को गिरफ्तार किया गया है।
पिता सुलेमान ने बताया कि आजाद परिवार में चार भाई ओर दो बहनों में तीसरे नंबर का है। आजाद का किसी संदिग्ध व्यक्ति से कोई संपर्क नहीं था, न ही वह कभी गुजरात गया था। उनका बेटा शांत, धार्मिक और मेहनती स्वभाव का है, जो केवल अपनी पढ़ाई और काम तक सीमित रहता था। परिवार की यह भी मांग है कि मामले की निष्पक्ष जांच कर सच्चाई सामने लाई जाए।
इस मामले में शामली एसपी एन. पी. सिंह ने बताया कि उत्तर प्रदेश एटीएस गुजरात एटीएस से संपर्क में है और पूरे प्रकरण की विस्तृत जानकारी जुटाई जा रही है। फिलहाल आजाद को गुजरात में रिमांड पर लेकर पूछताछ की जा रही है।
26 वर्षीय आजाद शेख बीते छह सालों से मुजफ्फरनगर जिले के बुढ़ाना स्थित एक मदरसे में दीनी तालीम हासिल कर रहा था। पिता सुलेमान शेख और भाई शहजाद के मुताबिक, वह 2019 से वहीं रहकर पढ़ाई कर रहा था और हाल ही में उसने ‘कारी’ की पढ़ाई पूरी की थी। पढ़ाई के बाद वह घर लौट आया था और अपने पिता और भाई के साथ राजमिस्त्री का काम करने लगा था।
परिवार ने बताया कि अगस्त में वह दिल्ली मरकज से 40 दिन की जमात में कोलकाता गया था, जिसके बाद वह घर लौट आया था। 7 नवंबर को उसने परिवार को बताया कि वह बुढ़ाना जा रहा है, लेकिन उसी शाम फोन पर बताया कि उसे बुखार है और वह अगले दिन लौट आएगा। इसके बाद उसका फोन बंद हो गया। रविवार दोपहर करीब डेढ़ बजे परिवार को अहमदाबाद एटीएस से सूचना मिली कि आजाद को गिरफ्तार किया गया है।
पिता सुलेमान ने बताया कि आजाद परिवार में चार भाई ओर दो बहनों में तीसरे नंबर का है। आजाद का किसी संदिग्ध व्यक्ति से कोई संपर्क नहीं था, न ही वह कभी गुजरात गया था। उनका बेटा शांत, धार्मिक और मेहनती स्वभाव का है, जो केवल अपनी पढ़ाई और काम तक सीमित रहता था। परिवार की यह भी मांग है कि मामले की निष्पक्ष जांच कर सच्चाई सामने लाई जाए।
इस मामले में शामली एसपी एन. पी. सिंह ने बताया कि उत्तर प्रदेश एटीएस गुजरात एटीएस से संपर्क में है और पूरे प्रकरण की विस्तृत जानकारी जुटाई जा रही है। फिलहाल आजाद को गुजरात में रिमांड पर लेकर पूछताछ की जा रही है।
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