उदयपुर: उदयपुर में दो दिन पहले बंद के दौरान वल्लभनगर से कांग्रेस की पूर्व विधायक प्रीति शक्तावत के साथ हुई धक्का-मुक्की का मामला अब तूल पकड़ता जा रहा है। आरोपी थानाधिकारी को सस्पेंड करने की मांग को लेकर आज कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने कलेक्ट्रेट पर प्रदर्शन किया। वहीं, इस मामले पर बीजेपी विधायक उदयलाल डांगी ने कांग्रेस पर पूरे घटनाक्रम को हाईजैक करने का आरोप लगाया है।
चलिए, सिलसिलेवार तरीके से समझते हैं पूरा मामला...
दरअसल, उदयपुर जिले के वल्लभनगर में मेवाड़ के प्रमुख शक्तिपीठों में से एक ऊँठाला माताजी का मंदिर है। 1 जुलाई की रात कुछ चोर मंदिर में घुसे और वहां से 25 किलो चांदी और करीब 5 तोला वजनी सोने के जेवरात चुरा ले गए। दो सप्ताह से अधिक समय बीत जाने के बाद पुलिस आरोपियों तक नहीं पहुंच पाई तो ग्रामीणों में रोष फैल गया। 14 जुलाई को ग्रामीणों ने वल्लभनगर बंद का आह्वान किया और प्रशासन को ज्ञापन सौंपा। इसी दौरान पूर्व विधायक प्रीति शक्तावत भी अपने कार्यकर्ताओं के साथ प्रदर्शन में शामिल हुईं। प्रदर्शन के बाद तहसील कार्यालय के अंदर जाने को लेकर विवाद हुआ।
प्रीति शक्तावत के अंदर जाने के आग्रह पर वल्लभनगर थानाधिकारी दिनेश पाटीदार ने उन्हें रोकने की कोशिश की। इसी दौरान प्रीति शक्तावत ने आरोप लगाया कि थानाधिकारी ने उनके साथ धक्का-मुक्की और अभद्रता की। उन्होंने थानाधिकारी के खिलाफ मामला दर्ज करवाने का प्रयास किया, लेकिन पुलिस ने एफआईआर दर्ज नहीं की। इसके बाद से कांग्रेस आक्रामक रुख अपनाते हुए पाटीदार को सस्पेंड करने की मांग कर रही है। बुधवार को भी कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने उदयपुर कलेक्ट्रेट पर प्रदर्शन किया। पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत समेत कई वरिष्ठ नेताओं ने ट्वीट कर घटना की निंदा की है।
बीजेपी विधायक उदयलाल डांगी पुलिस के समर्थन में
वहीं, कांग्रेस के आरोपों के उलट वल्लभनगर से बीजेपी विधायक उदयलाल डांगी पुलिस के समर्थन में खड़े नजर आए। बंद के अगले दिन उन्होंने ग्रामीणों और स्थानीय पुलिस अधिकारियों के साथ बैठक कर शांति बनाए रखने की अपील की। उन्होंने कहा कि शीतला माता मंदिर के प्रति गहरी आस्था के चलते आमजन ने सर्व समाज के साथ मिलकर बंद का समर्थन किया था, लेकिन कुछ नेताओं ने इस मुद्दे को राजनीतिक रूप से हाईजैक कर लिया।
डांगी ने दावा किया कि पुलिस की कई टीमें लगातार प्रयासरत हैं और जल्द ही चोरों को गिरफ्तार किया जाएगा।
जानिए प्रीति शक्तावत के बारे में
बहरहाल, कांग्रेस के वरिष्ठ नेता रहे गुलाब सिंह शक्तावत की बहू और गजेंद्र सिंह शक्तावत की पत्नी प्रीति शक्तावत जहां विरोध-प्रदर्शन के ज़रिए अपनी खोई हुई सियासी जमीन को दोबारा हासिल करने की कोशिश कर रही हैं। प्रीति शक्तावत अपने पति के निधन के बाद हुए उपचुनाव से जीतकर 1 बार विधायक रह चुकी है। वहीं बीजेपी विधायक उदयलाल डांगी भी अपनी पार्टी के नेताओं से दूरी बनाकर 'एकला चलो' की रणनीति पर अपनी राजनीतिक स्थिति को मजबूत करने में जुटे हैं। डांगी इस सीट से पहले पहली बार विधायक बने है। वे इसी सीट पर RLP एवं बीजेपी से 2 बार चुनाव हार चुके है।
चलिए, सिलसिलेवार तरीके से समझते हैं पूरा मामला...
दरअसल, उदयपुर जिले के वल्लभनगर में मेवाड़ के प्रमुख शक्तिपीठों में से एक ऊँठाला माताजी का मंदिर है। 1 जुलाई की रात कुछ चोर मंदिर में घुसे और वहां से 25 किलो चांदी और करीब 5 तोला वजनी सोने के जेवरात चुरा ले गए। दो सप्ताह से अधिक समय बीत जाने के बाद पुलिस आरोपियों तक नहीं पहुंच पाई तो ग्रामीणों में रोष फैल गया। 14 जुलाई को ग्रामीणों ने वल्लभनगर बंद का आह्वान किया और प्रशासन को ज्ञापन सौंपा। इसी दौरान पूर्व विधायक प्रीति शक्तावत भी अपने कार्यकर्ताओं के साथ प्रदर्शन में शामिल हुईं। प्रदर्शन के बाद तहसील कार्यालय के अंदर जाने को लेकर विवाद हुआ।
प्रीति शक्तावत के अंदर जाने के आग्रह पर वल्लभनगर थानाधिकारी दिनेश पाटीदार ने उन्हें रोकने की कोशिश की। इसी दौरान प्रीति शक्तावत ने आरोप लगाया कि थानाधिकारी ने उनके साथ धक्का-मुक्की और अभद्रता की। उन्होंने थानाधिकारी के खिलाफ मामला दर्ज करवाने का प्रयास किया, लेकिन पुलिस ने एफआईआर दर्ज नहीं की। इसके बाद से कांग्रेस आक्रामक रुख अपनाते हुए पाटीदार को सस्पेंड करने की मांग कर रही है। बुधवार को भी कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने उदयपुर कलेक्ट्रेट पर प्रदर्शन किया। पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत समेत कई वरिष्ठ नेताओं ने ट्वीट कर घटना की निंदा की है।
बीजेपी विधायक उदयलाल डांगी पुलिस के समर्थन में
वहीं, कांग्रेस के आरोपों के उलट वल्लभनगर से बीजेपी विधायक उदयलाल डांगी पुलिस के समर्थन में खड़े नजर आए। बंद के अगले दिन उन्होंने ग्रामीणों और स्थानीय पुलिस अधिकारियों के साथ बैठक कर शांति बनाए रखने की अपील की। उन्होंने कहा कि शीतला माता मंदिर के प्रति गहरी आस्था के चलते आमजन ने सर्व समाज के साथ मिलकर बंद का समर्थन किया था, लेकिन कुछ नेताओं ने इस मुद्दे को राजनीतिक रूप से हाईजैक कर लिया।
डांगी ने दावा किया कि पुलिस की कई टीमें लगातार प्रयासरत हैं और जल्द ही चोरों को गिरफ्तार किया जाएगा।
जानिए प्रीति शक्तावत के बारे में
बहरहाल, कांग्रेस के वरिष्ठ नेता रहे गुलाब सिंह शक्तावत की बहू और गजेंद्र सिंह शक्तावत की पत्नी प्रीति शक्तावत जहां विरोध-प्रदर्शन के ज़रिए अपनी खोई हुई सियासी जमीन को दोबारा हासिल करने की कोशिश कर रही हैं। प्रीति शक्तावत अपने पति के निधन के बाद हुए उपचुनाव से जीतकर 1 बार विधायक रह चुकी है। वहीं बीजेपी विधायक उदयलाल डांगी भी अपनी पार्टी के नेताओं से दूरी बनाकर 'एकला चलो' की रणनीति पर अपनी राजनीतिक स्थिति को मजबूत करने में जुटे हैं। डांगी इस सीट से पहले पहली बार विधायक बने है। वे इसी सीट पर RLP एवं बीजेपी से 2 बार चुनाव हार चुके है।
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