नई दिल्ली: केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे के उस बयान पर पलटवार किया है, जिसमें उन्होंने आरएसएस और भाजपा पर आरोप लगाए थे। केंद्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने कहा कि आपातकाल से लेकर आज तक कांग्रेस पार्टी की दमनकारी सोच में कोई बदलाव नहीं आया है। यह उनका मूल चरित्र बन चुका है।
उन्होंने कहा कि आज सिर्फ अपनी राजनीतिक रोटियां सेंकने के लिए कांग्रेस अध्यक्ष ने झूठ का सहारा लिया है, जिस कांग्रेस ने सरदार पटेल साहब की विरासत को हमेशा नजरअंदाज करने का काम किया। और अब अचानक सरदार पटेल साहब के नाम का इस्तेमाल कर आरएसएस जैसे राष्ट्रसेवा को समर्पित संगठन के खिलाफ झूठ फैला रहे हैं।
पूरे देश को जेलखाना बना देने वाली कांग्रेस
केंद्रीय मंत्री ने कहा कि लोकतंत्र में असहमति पर पूरे देश को जेलखाना बना देने वाली यह कांग्रेसी मानसिकता द्वारा प्रतिबंध लगाने की बात करना कोई पहला अवसर नहीं है। पहले भी इन लोगों ने अपनी सत्ता और तुष्टिकरण की राजनीति को बचाए रखने के लिए आरएसएस पर प्रतिबंध लगाने की कोशिश की है। उन्होंने कहा कि ये वही लोग हैं जो पीएफआई जैसे आतंकी संगठनों को अपनी राज्य सरकारों के दौरान बढ़ावा देते हैं।
वहीं दूसरी तरफ, वे राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के खिलाफ हमेशा जहर उगलने का काम करते हैं। मगर, राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ मां भारती की सेवा में निरंतर आगे बढ़ता रहा है। ऐसी कांग्रेसी धमकियों के बावजूद, आरएसएस ने अपने गौरवशाली 100 वर्षों की राष्ट्रसेवा की यात्रा पूरी की है, जिसका साक्षी पूरा देश है।
खरगे ने आखिर क्या कहा?
दरअसल, कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म 'एक्स' पर एक वीडियो जारी कर कहा था कि बीजेपी के नेता हमेशा कहते हैं कि नेहरू और सरदार पटेल में मतभेद था, जबकि नेहरू ने खुद सरदार पटेल को 'भारत की एकता के शिल्पी' बताया था। वहीं, पटेल साहब ने पंडित नेहरू को 'देश के आदर्श और जनता के नेता' कहा था।
उन्होंने कहा कि आज सिर्फ अपनी राजनीतिक रोटियां सेंकने के लिए कांग्रेस अध्यक्ष ने झूठ का सहारा लिया है, जिस कांग्रेस ने सरदार पटेल साहब की विरासत को हमेशा नजरअंदाज करने का काम किया। और अब अचानक सरदार पटेल साहब के नाम का इस्तेमाल कर आरएसएस जैसे राष्ट्रसेवा को समर्पित संगठन के खिलाफ झूठ फैला रहे हैं।
पूरे देश को जेलखाना बना देने वाली कांग्रेस
केंद्रीय मंत्री ने कहा कि लोकतंत्र में असहमति पर पूरे देश को जेलखाना बना देने वाली यह कांग्रेसी मानसिकता द्वारा प्रतिबंध लगाने की बात करना कोई पहला अवसर नहीं है। पहले भी इन लोगों ने अपनी सत्ता और तुष्टिकरण की राजनीति को बचाए रखने के लिए आरएसएस पर प्रतिबंध लगाने की कोशिश की है। उन्होंने कहा कि ये वही लोग हैं जो पीएफआई जैसे आतंकी संगठनों को अपनी राज्य सरकारों के दौरान बढ़ावा देते हैं।
वहीं दूसरी तरफ, वे राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के खिलाफ हमेशा जहर उगलने का काम करते हैं। मगर, राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ मां भारती की सेवा में निरंतर आगे बढ़ता रहा है। ऐसी कांग्रेसी धमकियों के बावजूद, आरएसएस ने अपने गौरवशाली 100 वर्षों की राष्ट्रसेवा की यात्रा पूरी की है, जिसका साक्षी पूरा देश है।
खरगे ने आखिर क्या कहा?
दरअसल, कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म 'एक्स' पर एक वीडियो जारी कर कहा था कि बीजेपी के नेता हमेशा कहते हैं कि नेहरू और सरदार पटेल में मतभेद था, जबकि नेहरू ने खुद सरदार पटेल को 'भारत की एकता के शिल्पी' बताया था। वहीं, पटेल साहब ने पंडित नेहरू को 'देश के आदर्श और जनता के नेता' कहा था।
You may also like

गाड़ी तेज चला कर निकले.. बिहार में रोड शो के दौरान किसी तरह जान बचाकर भागे मनोज तिवारी

पाकिस्तान की 34 फीसदी आबादी मानसिक रूप से बीमार

भारतीय सेना का 'वायु समन्वय-II' अभ्यास : ड्रोन युद्ध में नई ताकत का प्रदर्शन

ऑस्ट्रेलिया से हार के बाद अतुल वासन बोले भारत की T20I बल्लेबाज़ी चिंता का विषय

सऊदी अरब में जॉब करना है? बिना हेल्थ इंश्योरेंस लिए नहीं मिलेगा वर्क वीजा, नया नियम जारी




