अयोध्या/वाराणसी/गढ़ मुक्तेश्वर: प्रदेश भर में आज कार्तिक पूर्णिमा का पर्व बड़ी धूमधाम से मनाया जा रहा है। अयोध्या से हापुड़ के गढ़ मुक्तेश्वर तक गंगा स्नान के लिए श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ रही है। इसके लिए प्रशासन ने चाक-चौबंद सुरक्षा व्यवस्था की है। इसके अलावा ट्रैफिक जाम से बचने के लिए डायवर्जन भी लागू किया गया है।
अयोध्या में सरयू स्नान को लेकर घाटों पर उमड़ने वाली भीड़ के मद्देनजर सुरक्षा एवं सुविधा के पर्याप्त इंतजाम किए गए है। इसके साथ ही मंगलवार रात 12 बजे से अयोध्या धाम को जोड़ने वाले 12 स्थलों पर डायवर्जन भी लागू रहेगा। नगर आयुक्त जयेंद्र कुमार ने बताया कि पेयजल, शौचालय, सफाई एवं स्नान के बाद कपडे बदलने जैसी आवश्यक सुविधाओं के पर्याप्त इंतजाम करवाए गए हैं।
मेयर महंत गिरीशपति त्रिपाठी ने मंगलवार को नगर आयुक्त जयेंद्र कुमार के साथ मेला क्षेत्र में व्यवस्थाओं का जायजा लिया। नगर आयुक्त के अनुसार घाटों पर नौ स्थायी चेंजिंग रूम, 63 केबिन, 25 टेंट के अस्थायी चेंजिंग रूम बनवाए गए है। घाटों की सफाई के लिए तीन शिफ्ट में 250 कर्मचारियों को तैनात किया गया है। इसके साथ ही घाटों पर 250 बायो टॉइलट भी रखवाए गए है।
मेला क्षेत्र को 3 जोन में बांटा
मंडलीय कमिश्नर राजेश कुमार, आईजी प्रवीण कुमार, डीएम निखिल टीकाराम फुडे व एसएसपी डॉ. गौरव ग्रोवर ने राम की पैड़ी व कच्चाघाट, पक्का घाट का निरीक्षण किया। इस दौरान राम की पैड़ी पर बैरिकेडिग करने सहित कई अन्य निर्देश दिए। मजबूत बेरिकेडिंग के साथ ही लाख संख्या में श्रद्धालुओं के आने की संभावना को देखते हुए सुरक्षा और सफाई व्यवस्था को लेकर भी कई निर्देश दिए गए।
वाराणसी में 25 लाख दीपों से जगमग होगे घाट
सांस्कृतिक विरासत की पहचान बन चुके देव दीपावली उत्सव के लिए काशी नगरी तैयार है। उत्सव के माध्यम से काशी एक बार फिर दिव्यता-भव्यता और आधुनिकता का अद्भुत संगम प्रस्तुत करेगी। उत्तरवाहिनी गंगा के दोनों तटों पर बुधवार शाम 25 लाख दीपों के जगमगाने के साथ ही चेतसिंह घाट पर थ्रीडी प्रोजेक्शन मैपिंग व लेजर शो श्रद्धालुओं को मंत्रमुग्ध करेगा। शो में पर्यटक ईसा पूर्व से लेकर आधुनिक युग तक की काशी की धार्मिक और सांस्कृतिक यात्रा के साक्षी बनेंगे।
काशी विश्वनाथ धाम के सामने गंगा पार रेती पर आधुनिक तकनीक फायर वन फायरिंग सिस्टम पर आधारित ग्रीन एरियल फायर क्रैकर शो में हर-हर शंभू शिव तांडव और हे शिवा-शिवा जैसे भजनों की ताल पर डमरुओं के निनाद और सतरंगी प्रकाश से पूर्णिमा की रात गंगा के ऊपर का आसमान रंग-बिरंगी किरणों से सजेगा।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ नमो घाट पर दीप प्रज्वलित कर देव दीपावली का शुभारंभ करेंगे। हालांकि, घाटों पर पहले से ही बाढ़ का पानी जमा होने के बीच
लाइव टेलिकास्ट देव दीपावली उत्सव के प्रमुख केंद्र दशाश्वमेध घाट पर 21 अर्चक और 42 देवी-कन्याए महाआरती करेगी। लाइव टेलिकास्ट गंगा सेवा निधि के यू-ट्यूब चैनल पर देखा जा सकेगा। इसके लिए लिंक youtube.com@ganga aartigangasevanidhi2261 जारी किया गया है।
अचानक गंगा का जलस्तर बढ़ना चुनौती भी बन गया है।
देव दीपावली उत्सव के रंग इस बार ज्यादा ही चटख होंगे। अस्सी से नमो घाट तक दीपों की अनंत कतार गंगा की लहरों के समानान्तर बहेगी तो जनकलरव भी गूंजेगा। दीपों के जगमगाने के बीच सैकड़ों क्विंटल फूलों से सजे विश्वनाथ धाम और घाटों की सजावट का अद्भुत दृश्य और खुशबू भी बिखरेगी। प्रदेश सरकार ने देव दीपावली केवल आस्था और श्रद्धा का पर्व ही नहीं, बल्कि ज्ञान, इतिहास और आधुनिक तकनीकता का संगम बनाने में कोई कसर नहीं छोड़ी है। पंचगंगा पर महारानी अहिल्याबाई होल्कर द्वारा स्थापित हजारा दीप स्तंभकाशी की देव दीपावली की प्राचीनता और परंपरा का अद्भुत संगम है।
लाखों ने किया दीपदान
कार्तिक पूर्णिमा पर आज गढ़मुक्तेश्वर में लाखों लोग गंगा स्नान करेंगे। वहीं, मंगलवार को बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं ने गंगा में स्नान कर दीपदान किया। माना जा रहा है कि दिल्ली और एनसीआर समेत अन्य प्रदेशों से करीब 20 लाख से ज्यादा एकट्ठा होंगे। वहीं, सुरक्षा को लेकर कड़े इंतजाम किए गए हैं। किसी भी गाड़ी को हाइवे पर नहीं रुकने दिया जाएगा। इसके लिए कई पॉइंट्स पर जवानों को तैनात किया गया है।
महाभारत काल से गढ़मुक्तेश्वर के खादर क्षेत्र में कार्तिक पूर्णिमा पर लगने वाले गंगा मेले का उद्घाटन के बाद से मेले में आने वाले श्रद्धालुओं की संख्या
प्रतिदिन बढ़ती गई। उधर, मंगलवार की देर शाम तक करीब 20 लाख से अधिक श्रद्धालुओं ने गंगा के रेतीले मैदान में अपना डेरा डाल लिया। मेला स्थल पर महिलाओं के लिए कपड़े बदलने के लिए चेंजिंग रूम व स्नान घाट बनाए गए। सफाई व्यवस्था के लिए 1200 सफाई कर्मचारी भी तैनात है।
चतुर्दशी पर किया दान
मंगलवार को चतुर्दशी के दिन लाखों की संख्या में श्रद्धालुओं ने अपने पूर्वजों व सगे संबंधियों की आत्मा की शांति और मोक्ष प्राप्ति के लिए गंगा मैया में दीपदान किया। शाम होते ही गंगा में चारों और चटाई पर दीपक ही दीपक दिखाई दे रहे थे। इससे दीपको की रोशनी से गंगा जगमगा रही थी। गंगा मैया का दृश्य देखने में मनमोहक लग रहा था। चतुर्दशी के दिन भगवान श्रीकृष्ण ने पांडवों से महाभारत के युद्ध में मारे गए असंख्य वीर योद्धाओ एवं सगे संबंधियों की आत्मा की शांति और मोक्ष प्राप्ति करने के लिए गंगा मैया में दीपदान कराया था।
रोशनी से नहाए शहर के गुरुद्वारे
गुरु नानकदेव जी की जयंती पर शहर के गुरुद्वारों को विशेष रूप से सजाया गया है। लंगर की व्यवस्था की गई है। कविनगर स्थित गुरुद्वारा को रंग-बिरंगी लाइटो से सजाया गया।
अयोध्या में सरयू स्नान को लेकर घाटों पर उमड़ने वाली भीड़ के मद्देनजर सुरक्षा एवं सुविधा के पर्याप्त इंतजाम किए गए है। इसके साथ ही मंगलवार रात 12 बजे से अयोध्या धाम को जोड़ने वाले 12 स्थलों पर डायवर्जन भी लागू रहेगा। नगर आयुक्त जयेंद्र कुमार ने बताया कि पेयजल, शौचालय, सफाई एवं स्नान के बाद कपडे बदलने जैसी आवश्यक सुविधाओं के पर्याप्त इंतजाम करवाए गए हैं।
मेयर महंत गिरीशपति त्रिपाठी ने मंगलवार को नगर आयुक्त जयेंद्र कुमार के साथ मेला क्षेत्र में व्यवस्थाओं का जायजा लिया। नगर आयुक्त के अनुसार घाटों पर नौ स्थायी चेंजिंग रूम, 63 केबिन, 25 टेंट के अस्थायी चेंजिंग रूम बनवाए गए है। घाटों की सफाई के लिए तीन शिफ्ट में 250 कर्मचारियों को तैनात किया गया है। इसके साथ ही घाटों पर 250 बायो टॉइलट भी रखवाए गए है।
मेला क्षेत्र को 3 जोन में बांटा
मंडलीय कमिश्नर राजेश कुमार, आईजी प्रवीण कुमार, डीएम निखिल टीकाराम फुडे व एसएसपी डॉ. गौरव ग्रोवर ने राम की पैड़ी व कच्चाघाट, पक्का घाट का निरीक्षण किया। इस दौरान राम की पैड़ी पर बैरिकेडिग करने सहित कई अन्य निर्देश दिए। मजबूत बेरिकेडिंग के साथ ही लाख संख्या में श्रद्धालुओं के आने की संभावना को देखते हुए सुरक्षा और सफाई व्यवस्था को लेकर भी कई निर्देश दिए गए।
वाराणसी में 25 लाख दीपों से जगमग होगे घाट
सांस्कृतिक विरासत की पहचान बन चुके देव दीपावली उत्सव के लिए काशी नगरी तैयार है। उत्सव के माध्यम से काशी एक बार फिर दिव्यता-भव्यता और आधुनिकता का अद्भुत संगम प्रस्तुत करेगी। उत्तरवाहिनी गंगा के दोनों तटों पर बुधवार शाम 25 लाख दीपों के जगमगाने के साथ ही चेतसिंह घाट पर थ्रीडी प्रोजेक्शन मैपिंग व लेजर शो श्रद्धालुओं को मंत्रमुग्ध करेगा। शो में पर्यटक ईसा पूर्व से लेकर आधुनिक युग तक की काशी की धार्मिक और सांस्कृतिक यात्रा के साक्षी बनेंगे।
काशी विश्वनाथ धाम के सामने गंगा पार रेती पर आधुनिक तकनीक फायर वन फायरिंग सिस्टम पर आधारित ग्रीन एरियल फायर क्रैकर शो में हर-हर शंभू शिव तांडव और हे शिवा-शिवा जैसे भजनों की ताल पर डमरुओं के निनाद और सतरंगी प्रकाश से पूर्णिमा की रात गंगा के ऊपर का आसमान रंग-बिरंगी किरणों से सजेगा।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ नमो घाट पर दीप प्रज्वलित कर देव दीपावली का शुभारंभ करेंगे। हालांकि, घाटों पर पहले से ही बाढ़ का पानी जमा होने के बीच
लाइव टेलिकास्ट देव दीपावली उत्सव के प्रमुख केंद्र दशाश्वमेध घाट पर 21 अर्चक और 42 देवी-कन्याए महाआरती करेगी। लाइव टेलिकास्ट गंगा सेवा निधि के यू-ट्यूब चैनल पर देखा जा सकेगा। इसके लिए लिंक youtube.com@ganga aartigangasevanidhi2261 जारी किया गया है।
अचानक गंगा का जलस्तर बढ़ना चुनौती भी बन गया है।
देव दीपावली उत्सव के रंग इस बार ज्यादा ही चटख होंगे। अस्सी से नमो घाट तक दीपों की अनंत कतार गंगा की लहरों के समानान्तर बहेगी तो जनकलरव भी गूंजेगा। दीपों के जगमगाने के बीच सैकड़ों क्विंटल फूलों से सजे विश्वनाथ धाम और घाटों की सजावट का अद्भुत दृश्य और खुशबू भी बिखरेगी। प्रदेश सरकार ने देव दीपावली केवल आस्था और श्रद्धा का पर्व ही नहीं, बल्कि ज्ञान, इतिहास और आधुनिक तकनीकता का संगम बनाने में कोई कसर नहीं छोड़ी है। पंचगंगा पर महारानी अहिल्याबाई होल्कर द्वारा स्थापित हजारा दीप स्तंभकाशी की देव दीपावली की प्राचीनता और परंपरा का अद्भुत संगम है।
लाखों ने किया दीपदान
कार्तिक पूर्णिमा पर आज गढ़मुक्तेश्वर में लाखों लोग गंगा स्नान करेंगे। वहीं, मंगलवार को बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं ने गंगा में स्नान कर दीपदान किया। माना जा रहा है कि दिल्ली और एनसीआर समेत अन्य प्रदेशों से करीब 20 लाख से ज्यादा एकट्ठा होंगे। वहीं, सुरक्षा को लेकर कड़े इंतजाम किए गए हैं। किसी भी गाड़ी को हाइवे पर नहीं रुकने दिया जाएगा। इसके लिए कई पॉइंट्स पर जवानों को तैनात किया गया है।
महाभारत काल से गढ़मुक्तेश्वर के खादर क्षेत्र में कार्तिक पूर्णिमा पर लगने वाले गंगा मेले का उद्घाटन के बाद से मेले में आने वाले श्रद्धालुओं की संख्या
प्रतिदिन बढ़ती गई। उधर, मंगलवार की देर शाम तक करीब 20 लाख से अधिक श्रद्धालुओं ने गंगा के रेतीले मैदान में अपना डेरा डाल लिया। मेला स्थल पर महिलाओं के लिए कपड़े बदलने के लिए चेंजिंग रूम व स्नान घाट बनाए गए। सफाई व्यवस्था के लिए 1200 सफाई कर्मचारी भी तैनात है।
चतुर्दशी पर किया दान
मंगलवार को चतुर्दशी के दिन लाखों की संख्या में श्रद्धालुओं ने अपने पूर्वजों व सगे संबंधियों की आत्मा की शांति और मोक्ष प्राप्ति के लिए गंगा मैया में दीपदान किया। शाम होते ही गंगा में चारों और चटाई पर दीपक ही दीपक दिखाई दे रहे थे। इससे दीपको की रोशनी से गंगा जगमगा रही थी। गंगा मैया का दृश्य देखने में मनमोहक लग रहा था। चतुर्दशी के दिन भगवान श्रीकृष्ण ने पांडवों से महाभारत के युद्ध में मारे गए असंख्य वीर योद्धाओ एवं सगे संबंधियों की आत्मा की शांति और मोक्ष प्राप्ति करने के लिए गंगा मैया में दीपदान कराया था।
रोशनी से नहाए शहर के गुरुद्वारे
गुरु नानकदेव जी की जयंती पर शहर के गुरुद्वारों को विशेष रूप से सजाया गया है। लंगर की व्यवस्था की गई है। कविनगर स्थित गुरुद्वारा को रंग-बिरंगी लाइटो से सजाया गया।
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