नई दिल्ली: दुनिया की सबसे पुरानी क्रिप्टोकरेंसी बिटकॉइन की कीमत 1,18,000 डॉलर पहुंच चुकी है। इस साल इसकी कीमत में 55% से ज्यादा तेजी आई है। इसके साथ ही इसके क्रिएटर सतोशी नाकामोतो दुनिया के 12वें सबसे अमीर शख्स बन गए हैं। माना जाता है कि जनवरी से जुलाई 2009 के बीच नाकामोतो ने 10 लाख से अधिक बिटकॉइन ढाले थे। मौजूदा कीमत के हिसाब से देखें तो नाकामोतो के पास 129 अरब डॉलर के बिटकॉइन हैं। इस हिसाब से देखें तो वह दुनिया के 12वें बड़े रईस हैं। उनकी नेटवर्थ भारत और एशिया के सबसे बड़े रईस मुकेश अंबानी (109 अरब डॉलर) और गौतम अडानी (84.2 अरब डॉलर) से भी ज्यादा है।
ब्लूमबर्ग बिलिनयर इंडेक्स के मुताबिक नेटवर्थ के मामले में नाकामोतो से आगे केवल एलन मस्क ($360 अरब), मार्क जकरबर्ग ($253 अरब), लैरी एलिसन ($247 अरब), जेफ बेजोस ($245 अरब), स्टीव बालमर ($173 अरब), लैरी पेज ($163 अरब), बर्नार्ड अरनॉल्ट ($160 अरब), सर्गेई ब्रिन ($153 अरब), जेंसन हुआंग ($144 अरब), वॉरेन बफे ($143 अरब) और माइकल डेल ($137 अरब) हैं। उनकी नेटवर्थ माइक्रोसॉफ्ट के फाउंडर बिल गेट्स ($123 अरब) से ज्यादा है। लेकिन नाकामोतो को आज तक किसी ने देखा नहीं है।
कब हुई थी शुरुआत
नाकामोतो ने अक्टूबर 2008 में पब्लिक एमआईटी लाइसेंस के तहत बिटकॉइन वाइटपेपर जारी किया था। 3 जनवरी, 2009 को बिटकॉइन के पहले ब्लॉक की ढलाई की गई थी। इसके साथ ही बिटकॉइन नेटवर्क के लॉन्च की औपचारिक शुरुआत हुई थी। इससे क्रिप्टोकरेंसी और ब्लॉकचेन मूवमेंट शुरू हुआ। साल 2010 में जाने माने क्रिप्टोकरेंसी रिसर्चर Sergio Demian Lerner ने सतोशी नाकामोतो की बिटकॉइन होल्डिंग के बारे में एक रिसर्च पेपर पब्लिश किया था। उनका कहना है कि नाकामोतो के पास 10 लाख बिटकॉइन हो सकते हैं।
बिटकॉइन एक तरह की क्रिप्टोकरंसी है। 'क्रिप्टो' का मतलब होता है 'गुप्त'। यह एक डिजिटल करंसी है, जो क्रिप्टोग्राफी के नियमों के आधार पर काम करती है। इसकी सबसे खास बात ये है डिजिटल होने की वजह से आप इसे छू नहीं सकते। बिटकॉइन की शुरुआत 2009 में हुई थी। बिटकॉइन की कीमत लगातार बढ़ रही है। हाल के दिनों में अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और दुनिया के कई दूसरे देशों के नेताओं ने क्रिप्टोकरेंसीज को सपोर्ट किया है।
ब्लूमबर्ग बिलिनयर इंडेक्स के मुताबिक नेटवर्थ के मामले में नाकामोतो से आगे केवल एलन मस्क ($360 अरब), मार्क जकरबर्ग ($253 अरब), लैरी एलिसन ($247 अरब), जेफ बेजोस ($245 अरब), स्टीव बालमर ($173 अरब), लैरी पेज ($163 अरब), बर्नार्ड अरनॉल्ट ($160 अरब), सर्गेई ब्रिन ($153 अरब), जेंसन हुआंग ($144 अरब), वॉरेन बफे ($143 अरब) और माइकल डेल ($137 अरब) हैं। उनकी नेटवर्थ माइक्रोसॉफ्ट के फाउंडर बिल गेट्स ($123 अरब) से ज्यादा है। लेकिन नाकामोतो को आज तक किसी ने देखा नहीं है।
कब हुई थी शुरुआत
नाकामोतो ने अक्टूबर 2008 में पब्लिक एमआईटी लाइसेंस के तहत बिटकॉइन वाइटपेपर जारी किया था। 3 जनवरी, 2009 को बिटकॉइन के पहले ब्लॉक की ढलाई की गई थी। इसके साथ ही बिटकॉइन नेटवर्क के लॉन्च की औपचारिक शुरुआत हुई थी। इससे क्रिप्टोकरेंसी और ब्लॉकचेन मूवमेंट शुरू हुआ। साल 2010 में जाने माने क्रिप्टोकरेंसी रिसर्चर Sergio Demian Lerner ने सतोशी नाकामोतो की बिटकॉइन होल्डिंग के बारे में एक रिसर्च पेपर पब्लिश किया था। उनका कहना है कि नाकामोतो के पास 10 लाख बिटकॉइन हो सकते हैं।
बिटकॉइन एक तरह की क्रिप्टोकरंसी है। 'क्रिप्टो' का मतलब होता है 'गुप्त'। यह एक डिजिटल करंसी है, जो क्रिप्टोग्राफी के नियमों के आधार पर काम करती है। इसकी सबसे खास बात ये है डिजिटल होने की वजह से आप इसे छू नहीं सकते। बिटकॉइन की शुरुआत 2009 में हुई थी। बिटकॉइन की कीमत लगातार बढ़ रही है। हाल के दिनों में अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और दुनिया के कई दूसरे देशों के नेताओं ने क्रिप्टोकरेंसीज को सपोर्ट किया है।
You may also like
उत्तराखंड : धर्म की आड़ में धोखाधड़ी का पदार्फाश
नसीब अपना अपना की खड़ी चोटी वाली चंदू अब बन गई हैं हुस्न परी, तस्वीर देख कहेंगे सनी लियोनी की जुड़वाˈ
एलजेपी नेता का हत्यारा हरिद्वार से गिरफ्तार, तनिष्क लूट मामले में था फरार
मंत्री जोराराम कुमावत ने सिंधु दर्शन तीर्थ यात्रियों का किया सम्मान
निलिया महादेव झरने पर युवक डूबा, तीन को बचाया