नई दिल्लीः दिल्ली स्थित कराला गांव के शहीद भगत सिंह पार्क में लड़कियों के लिए बनाई गई लाइब्रेरी पिछले कई महीनों से बंद पड़ी है। लोकल लोगों का कहना है कि यह लाइब्रेरी पार्क के अंदर बनी एक इमारत में चलती थी। यहां बड़ी संख्या में छात्राएं पढ़ने आती थीं लेकिन अब इमारत के ऊपरी हिस्से पर कुछ असामाजिक तत्वों के कब्जे और वहां बढ़ते आवागमन की वजह से लड़कियों ने आना बंद कर दिया है।
बनी लाइब्रेरी कई महीनों से बंदलोगों ने बताया कि यह लाइब्रेरी दिल्ली सरकार और एक एनजीओ की मदद से चलाई जा रही थी। शुरू में यहां किताबें, स्टडी टेबल और बैठने की बेहतरीन व्यवस्था थी लेकिन पिछले कुछ महीनों से पार्क के भवन की ऊपरी मंजिल पर कुछ लोग रोजाना बैठने लगे है। उनकी गतिविधियों से माहौल बिगड़ गया है। इस वजह से छात्राओं और उनके परिवारों ने असुरक्षा महसूस करनी शुरू कर दी, और धीरे धीरे लाइब्रेरी में आने वालों की संख्या घटती गई। अब यह पूरी तरह बंद हो चुकी है।
लोग कर रहे सुरक्षा गार्ड को तैनात करने की मांगयहां रहने वाले रविंद्र बिल्लू ने बताया कि उन्होंने डीएम ऑफिस को पत्र लिखकर लाइब्रेरी को दोबारा शुरू कराने की मांग की है। उनका कहना है कि यहां सुरक्षा गार्ड की तैनाती की जाए और दिल्ली पुलिस की मदद से असामाजिक तत्वों को पार्क और इमारत के टॉप फ्लोर पर जाने से रोका जाए। लोगों का मानना है कि यहां गांव की छात्राओं के लिए स्टडी सेंटर बन सकता है।
बनी लाइब्रेरी कई महीनों से बंदलोगों ने बताया कि यह लाइब्रेरी दिल्ली सरकार और एक एनजीओ की मदद से चलाई जा रही थी। शुरू में यहां किताबें, स्टडी टेबल और बैठने की बेहतरीन व्यवस्था थी लेकिन पिछले कुछ महीनों से पार्क के भवन की ऊपरी मंजिल पर कुछ लोग रोजाना बैठने लगे है। उनकी गतिविधियों से माहौल बिगड़ गया है। इस वजह से छात्राओं और उनके परिवारों ने असुरक्षा महसूस करनी शुरू कर दी, और धीरे धीरे लाइब्रेरी में आने वालों की संख्या घटती गई। अब यह पूरी तरह बंद हो चुकी है।
लोग कर रहे सुरक्षा गार्ड को तैनात करने की मांगयहां रहने वाले रविंद्र बिल्लू ने बताया कि उन्होंने डीएम ऑफिस को पत्र लिखकर लाइब्रेरी को दोबारा शुरू कराने की मांग की है। उनका कहना है कि यहां सुरक्षा गार्ड की तैनाती की जाए और दिल्ली पुलिस की मदद से असामाजिक तत्वों को पार्क और इमारत के टॉप फ्लोर पर जाने से रोका जाए। लोगों का मानना है कि यहां गांव की छात्राओं के लिए स्टडी सेंटर बन सकता है।
You may also like

भारतीय मूल के जोहरान ममदानी बने न्यूयॉर्क के पहले मुस्लिम मेयर, ट्रंप को बड़ा झटका

'खुशी से झलक पड़े आंसू', पीएम मोदी के हाथों मिली घर की चाबी, सोनिया बाई बताई अब कैसी है जिंदगी

राजद-कांग्रेस वाले हिंदुओं को नकार देंगे, इसलिए इन्हें नकार देना चाहिएः मुख्यमंत्री योगी

बागेश्वर धामˈ के पंडित जी हर महीने कितनी कमाई करते हैं? धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री की कुल संपत्ति जानकर दंग रह जाएंगे आप﹒

कुर्सी पर पैर, दो छात्राओं से करवाई मालिश...,आंध्र सरकार ने वीडियो पर लिया एक्शन, महिला प्रिंसिपल सस्पेंड




