सुनील मिश्रा, संभल: भाजपा नेता और पूर्व विधायक संगीत सोम के बुर्के को लेकर दिए गए विवादित बयान पर संभल के सपा सांसद जियाउर्रहमान बर्क ने कड़ी प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने कहा कि अफसोस की बात है कि इन लोगों को बुर्के, टोपी और दाढ़ी में दहशतगर्दी नजर आती है। जबकि हकीकत इससे बिल्कुल अलग है। सोम ने कहा था कि देश में बुर्के की आड़ में आतंकवाद फल-फूल रहा है।
जियाउर्रहमान बर्क ने कहा कि कभी कोई यह साबित नहीं कर सकता कि बुर्के की आड़ में दहशतगर्दी होती है। क्योंकि बुर्का शराफत और इस्लाम के पर्दा करने के पैगाम का प्रतीक है। उन्होंने कहा कि कुछ लोग अपनी राजनीतिक रोटियां हिंदू-मुस्लिम के नाम पर सेकते हैं। लेकिन अब जनता उन्हें पहचान चुकी है और नकार चुकी है।
सपा सासंद जियाउर्रहमान बर्क ने आरोप लगाया कि ऐसे नेता सिर्फ अपने वजूद को बनाए रखने के लिए विवादित बयानबाजी करतें हैं। लेकिन इस तरीके से वे कामयाब नहीं हो सकते। बर्क ने कहा कि हमारे देश की यहीं खूबसूरती है कि यहां हर धर्म के लोग अपनी मर्जी से रहते हैं। ऐसे लोग उसकी आड़ में नफरत फैलाने की कोशिश करते हैं। जिसकी मैं कड़े शब्दों में निंदा करता हूँ।
क्या कहा था सोम ने?
मेरठ में आयोजित एक कार्यक्रम के दौरान संगीत सोम ने कहा, आज हमने बिना बुर्के वाली सभी संतानों को बुलाया है। अगर मैं बुर्के की बात करता हूं तो अखिलेश यादव और तेजस्वी यादव जैसे नेता तुरंत मैदान में आ जाते हैं और आंदोलन की बातें करने लगते हैं, क्योंकि उन्हें भी पता है कि बुर्के की आड़ में देश में क्या-क्या होता है। उन्होंने आगे कहा, आज आतंकवाद से लेकर फर्जी पहचान तक, हर गलत काम में बुर्का एक ढाल बन गया है। अब वक्त आ गया है कि सच्चाई का सामना किया जाए।
जियाउर्रहमान बर्क ने कहा कि कभी कोई यह साबित नहीं कर सकता कि बुर्के की आड़ में दहशतगर्दी होती है। क्योंकि बुर्का शराफत और इस्लाम के पर्दा करने के पैगाम का प्रतीक है। उन्होंने कहा कि कुछ लोग अपनी राजनीतिक रोटियां हिंदू-मुस्लिम के नाम पर सेकते हैं। लेकिन अब जनता उन्हें पहचान चुकी है और नकार चुकी है।
सपा सासंद जियाउर्रहमान बर्क ने आरोप लगाया कि ऐसे नेता सिर्फ अपने वजूद को बनाए रखने के लिए विवादित बयानबाजी करतें हैं। लेकिन इस तरीके से वे कामयाब नहीं हो सकते। बर्क ने कहा कि हमारे देश की यहीं खूबसूरती है कि यहां हर धर्म के लोग अपनी मर्जी से रहते हैं। ऐसे लोग उसकी आड़ में नफरत फैलाने की कोशिश करते हैं। जिसकी मैं कड़े शब्दों में निंदा करता हूँ।
क्या कहा था सोम ने?
मेरठ में आयोजित एक कार्यक्रम के दौरान संगीत सोम ने कहा, आज हमने बिना बुर्के वाली सभी संतानों को बुलाया है। अगर मैं बुर्के की बात करता हूं तो अखिलेश यादव और तेजस्वी यादव जैसे नेता तुरंत मैदान में आ जाते हैं और आंदोलन की बातें करने लगते हैं, क्योंकि उन्हें भी पता है कि बुर्के की आड़ में देश में क्या-क्या होता है। उन्होंने आगे कहा, आज आतंकवाद से लेकर फर्जी पहचान तक, हर गलत काम में बुर्का एक ढाल बन गया है। अब वक्त आ गया है कि सच्चाई का सामना किया जाए।
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