सतनाः जिले में फर्जी इनपुट टैक्स क्रेडिट (आईटीसी) के बड़े खेल का भंडाफोड़ हुआ है। सेंट्रल जीएसटी विभाग की अलग-अलग टीमों ने सतना और मैहर जिले के विभिन्न इलाकों में स्थित सात कारोबारियों के प्रतिष्ठानों पर एक साथ छापेमारी की है। यह कार्रवाई फर्जी इनवॉइस के जरिए करोड़ों रुपये के टैक्स चोरी की आशंका पर की गई है। शुरुआती जांच में पांच करोड़ रुपये से ज्यादा की कर चोरी सामने आने की संभावना जताई जा रही है।
सतना की चार फर्मो में छापा
इस कार्रवाई में सतना शहर की चार फर्मों जेएलसी इंफ्रा प्राइवेट लिमिटेड, आरआर स्टील फैब्रिकेटर, होलकर कंस्ट्रक्शन एंड सप्लायर्स, और अमन इंटरप्राइजेज के साथ ही चित्रकूट के रज्जू पांडेय, तथा मैहर जिले के अमरपाटन की संदीप इंटरप्राइजेज और पुष्पा कुशवाहा के प्रतिष्ठानों पर भी जांच की गई।
मौके पर जमा कराए 20 लाख
छापेमारी के दौरान जेएलसी इंफ्रा प्राइवेट लिमिटेड से अधिकारियों ने मौके पर 20 लाख रुपए जमा कराए है। जबकि, आरआर स्टील फैब्रिकेटर ने 30 लाख रुपए जमा करने के लिए समय मांगा है। वहीं, अमन इंटरप्राइजेज नामक फर्म पूरी तरह फर्जी पाई गई है। जिसका प्रोपराइटर जितेन्द्र कुमार यादव बताया जा रहा है।
दस्तावेजों की हो रही गहन जांच
बचे हुए प्रतिष्ठानों के दस्तावेजों की बारीकी से जांच की जा रही है। टीमों को शक है कि इन फर्मों के जरिए करोड़ों का फर्जी आईटीसी पास ऑन कर सरकार को भारी राजस्व नुकसान पहुंचाया गया है।
कारोबारियों में मचा हड़कंप
सेंट्रल जीएसटी विभाग की यह सख्त कार्रवाई सतना के कारोबारी जगत में हड़कंप मचा रही है। सूत्रों का दावा है कि जांच पूरी होने पर 5 करोड़ से अधिक का टैक्स घोटाला सामने आ सकता है। विभाग सभी संदिग्ध लेन-देन और आईटीसी क्लेम्स को खंगाल रहा है। आंगे की जांच अभी जारी है।
सतना की चार फर्मो में छापा
इस कार्रवाई में सतना शहर की चार फर्मों जेएलसी इंफ्रा प्राइवेट लिमिटेड, आरआर स्टील फैब्रिकेटर, होलकर कंस्ट्रक्शन एंड सप्लायर्स, और अमन इंटरप्राइजेज के साथ ही चित्रकूट के रज्जू पांडेय, तथा मैहर जिले के अमरपाटन की संदीप इंटरप्राइजेज और पुष्पा कुशवाहा के प्रतिष्ठानों पर भी जांच की गई।
मौके पर जमा कराए 20 लाख
छापेमारी के दौरान जेएलसी इंफ्रा प्राइवेट लिमिटेड से अधिकारियों ने मौके पर 20 लाख रुपए जमा कराए है। जबकि, आरआर स्टील फैब्रिकेटर ने 30 लाख रुपए जमा करने के लिए समय मांगा है। वहीं, अमन इंटरप्राइजेज नामक फर्म पूरी तरह फर्जी पाई गई है। जिसका प्रोपराइटर जितेन्द्र कुमार यादव बताया जा रहा है।
दस्तावेजों की हो रही गहन जांच
बचे हुए प्रतिष्ठानों के दस्तावेजों की बारीकी से जांच की जा रही है। टीमों को शक है कि इन फर्मों के जरिए करोड़ों का फर्जी आईटीसी पास ऑन कर सरकार को भारी राजस्व नुकसान पहुंचाया गया है।
कारोबारियों में मचा हड़कंप
सेंट्रल जीएसटी विभाग की यह सख्त कार्रवाई सतना के कारोबारी जगत में हड़कंप मचा रही है। सूत्रों का दावा है कि जांच पूरी होने पर 5 करोड़ से अधिक का टैक्स घोटाला सामने आ सकता है। विभाग सभी संदिग्ध लेन-देन और आईटीसी क्लेम्स को खंगाल रहा है। आंगे की जांच अभी जारी है।
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