बरेली: उत्तर प्रदेश के बरेली में 'आई लव मोहम्मद' विवाद से उपजे हिंसा के मामले में प्रशासन की सख्ती जारी है। इत्तेहाद-ए-मिल्लत काउंसिल (आईएमसी) प्रमुख मौलाना तौकीर रजा को शरण देने वाले उनके करीबी फरहत खान के फाइक एन्क्लेव स्थित तीन मंजिला मकान को आज बरेली विकास प्राधिकरण (बीडीए) द्वारा सील किया जाएगा। यह कार्रवाई अवैध निर्माण के खिलाफ की जा रही है, जहां 120 वर्ग मीटर प्लॉट पर बिना अनुमति निर्माण किया गया था। आज जुमे की नमाज को देखते हुए प्रशासन सतर्कता और सख्ती बरत रहा है। ड्रोन से पूरे क्षेत्र की निगरानी की जाएगी।
26 सितंबर को जुमे की नमाज के बाद हुई हिंसा के मुख्य आरोपी मौलाना तौकीर रजा को फरहत के इसी घर से गिरफ्तार किया गया था। फरहत और उनके बेटे फरमान को भी हिंसा भड़काने और मौलाना को छिपाने के आरोप में जेल भेजा जा चुका है। फरहत आईएमसी के पूर्व जिलाध्यक्ष रह चुके हैं। बीडीए ने बुधवार को फरहत की पत्नी खुशनसीब को नोटिस जारी कर मकान खाली करने का आदेश दिया था। फरहत की बेटियों ने डीएम से गुहार लगाई है कि उनके घर पर बुलडोजर न चलाया जाए।
आज भी इंटरनेट बंद
बरेली हाई अलर्ट मोड पर है। दशहरा और आगामी जुमे की नमाज को देखते हुए दूसरे जिलों से अतिरिक्त फोर्स तैनात की गई है। इंटरनेट सेवाएं 2 अक्टूबर दोपहर 3 बजे से 4 अक्टूबर दोपहर 3 बजे तक निलंबित रहेंगी। ड्रोन से निगरानी की जा रही है, और संवेदनशील इलाकों में फ्लैग मार्च हो रहे हैं। पड़ोसी जिले भी अलर्ट पर हैं, क्योंकि तौकीर के समर्थक वहां सक्रिय हैं।
100 से ज्यादा संपत्तियां निशाने पर
बीडीए ने कुल 100 से अधिक संपत्तियों को चिह्नित किया है, जिन पर बुलडोजर एक्शन की तैयारी है। हिंसा के बाद बरेली प्रशासन ने तौकीर रजा के करीबियों की कई संपत्तियों पर शिकंजा कसा है। फरहत के भाई आरिफ और उनकी पत्नी आसिफा के नाम पर करोड़ों के होटल 'स्काईलार्क', 'फ्लोरा गार्डन', 'फहम गार्डन' और 'फैम लॉन' को पहले ही सील कर दिया गया। इसके अलावा, तौकीर के अन्य सहयोगियों जैसे डॉ. नफीस की मार्केट, ओमान रजा का शॉपिंग कॉम्प्लेक्स, हाजी शराफत का बरातघर और मजार के नाम पर बनी 74 अवैध दुकानें भी सील हो चुकी हैं।
अब तक 60 से ज्यादा अरेस्ट
पुलिस ने अब तक 60 से अधिक लोगों को गिरफ्तार किया है, जिनमें तौकीर रजा, डॉ. नफीस और नदीम खान जैसे प्रमुख नाम शामिल हैं। हिंसा में 22 पुलिसकर्मी घायल हुए थे, और 10 एफआईआर दर्ज की गईं। एफआईआर में तौकीर को मुख्य साजिशकर्ता बताया गया, जिन्होंने 'गुस्ताख-ए-नबी की एक ही सजा, सर तन से जुदा' जैसे उग्र नारे लगवाए और पुलिस पर पथराव व फायरिंग की साजिश रची।
सीएम योगी दे चुके हैं चेतावनी
सीएम योगी आदित्यनाथ ने सख्त चेतावनी दी है कि उपद्रवियों की 'डेंटिंग-पेंटिंग' जरूरी है। प्रशासन का कहना है कि यह कार्रवाई कानून-व्यवस्था बहाल करने और अवैध निर्माणों के खिलाफ है, न कि किसी समुदाय के विरुद्ध।
26 सितंबर को जुमे की नमाज के बाद हुई हिंसा के मुख्य आरोपी मौलाना तौकीर रजा को फरहत के इसी घर से गिरफ्तार किया गया था। फरहत और उनके बेटे फरमान को भी हिंसा भड़काने और मौलाना को छिपाने के आरोप में जेल भेजा जा चुका है। फरहत आईएमसी के पूर्व जिलाध्यक्ष रह चुके हैं। बीडीए ने बुधवार को फरहत की पत्नी खुशनसीब को नोटिस जारी कर मकान खाली करने का आदेश दिया था। फरहत की बेटियों ने डीएम से गुहार लगाई है कि उनके घर पर बुलडोजर न चलाया जाए।
आज भी इंटरनेट बंद
बरेली हाई अलर्ट मोड पर है। दशहरा और आगामी जुमे की नमाज को देखते हुए दूसरे जिलों से अतिरिक्त फोर्स तैनात की गई है। इंटरनेट सेवाएं 2 अक्टूबर दोपहर 3 बजे से 4 अक्टूबर दोपहर 3 बजे तक निलंबित रहेंगी। ड्रोन से निगरानी की जा रही है, और संवेदनशील इलाकों में फ्लैग मार्च हो रहे हैं। पड़ोसी जिले भी अलर्ट पर हैं, क्योंकि तौकीर के समर्थक वहां सक्रिय हैं।
100 से ज्यादा संपत्तियां निशाने पर
बीडीए ने कुल 100 से अधिक संपत्तियों को चिह्नित किया है, जिन पर बुलडोजर एक्शन की तैयारी है। हिंसा के बाद बरेली प्रशासन ने तौकीर रजा के करीबियों की कई संपत्तियों पर शिकंजा कसा है। फरहत के भाई आरिफ और उनकी पत्नी आसिफा के नाम पर करोड़ों के होटल 'स्काईलार्क', 'फ्लोरा गार्डन', 'फहम गार्डन' और 'फैम लॉन' को पहले ही सील कर दिया गया। इसके अलावा, तौकीर के अन्य सहयोगियों जैसे डॉ. नफीस की मार्केट, ओमान रजा का शॉपिंग कॉम्प्लेक्स, हाजी शराफत का बरातघर और मजार के नाम पर बनी 74 अवैध दुकानें भी सील हो चुकी हैं।
अब तक 60 से ज्यादा अरेस्ट
पुलिस ने अब तक 60 से अधिक लोगों को गिरफ्तार किया है, जिनमें तौकीर रजा, डॉ. नफीस और नदीम खान जैसे प्रमुख नाम शामिल हैं। हिंसा में 22 पुलिसकर्मी घायल हुए थे, और 10 एफआईआर दर्ज की गईं। एफआईआर में तौकीर को मुख्य साजिशकर्ता बताया गया, जिन्होंने 'गुस्ताख-ए-नबी की एक ही सजा, सर तन से जुदा' जैसे उग्र नारे लगवाए और पुलिस पर पथराव व फायरिंग की साजिश रची।
सीएम योगी दे चुके हैं चेतावनी
सीएम योगी आदित्यनाथ ने सख्त चेतावनी दी है कि उपद्रवियों की 'डेंटिंग-पेंटिंग' जरूरी है। प्रशासन का कहना है कि यह कार्रवाई कानून-व्यवस्था बहाल करने और अवैध निर्माणों के खिलाफ है, न कि किसी समुदाय के विरुद्ध।
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