गाजियाबाद: गाजियाबाद स्थित हिंडन एयरपोर्ट अब अपने पंख और फैलाने को तैयार है। पिछले कुछ महीनों में बढ़ी यात्री संख्या और सुविधाओं की मौजूदा कमी को देखते हुए एयरपोर्ट अथॉरिटी ऑफ इंडिया (एएआई) ने इसके विस्तार की एक महत्वाकांक्षी योजना बनाई है। यह विस्तार यात्रियों की सुविधाओं के लिए जरूरी है, वहीं सटे हुए सिकंदरपुर गांव के कुछ परिवारों के लिए यह विस्थापन की चिंता भी है।एयरपोर्ट अथॉरिटी ऑफ इंडिया (एएआई) ने हिंडन एयरपोर्ट के विस्तार के लिए कमर कस ली है। एएआई ने इस संबंध में विस्तृत सर्वे नक्शा तैयार कर मजिस्ट्रेट को सौंप दिया है। जिसके आधार पर भूमि अधिग्रहण की प्रक्रिया को आगे बढ़ाया जा रहा है। अधिकारियों के अनुसार एयरपोर्ट के कायाकल्प के लिए करीब 35,000 वर्ग गज जमीन की आवश्यकता होगी। इस अतिरिक्त भूमि पर यात्रियों की बढ़ती संख्या को ध्यान में रखते हुए कई नई सुविधाओं का निर्माण किया जाएगा। इनमें आधुनिक पार्किंग स्थल, विशाल यात्री प्रतीक्षा क्षेत्र, कैफेटेरिया, सुरक्षाकर्मियों के लिए विशेष प्रतीक्षा कक्ष और नए वॉशरूम शामिल हैं। यात्रियों की बढ़ती संख्या बनी विस्तार का कारणपिछले दो महीनों में हिंडन एयरपोर्ट से कई नए शहरों के लिए उड़ान सेवाएं शुरू हुई हैं, जिसके परिणामस्वरूप यहां यात्रियों की संख्या में भारी वृद्धि देखी गई है। वर्तमान में प्रतिदिन 1200 से अधिक यात्री यहां से आवागमन कर रहे हैं। भीड़ के कारण मौजूदा सुविधाएं अपर्याप्त साबित हो रही हैं। लगेज डिटेक्टर मशीन के लिए पर्याप्त जगह की कमी, यात्रियों के लिए कुर्सियों का अभाव और उचित प्रतीक्षा कक्ष न होने जैसी समस्याएं आम हो गई हैं। कई बार समय से पहले पहुंचने वाले यात्रियों को एयरपोर्ट के बाहर पत्थरों पर बैठकर प्रवेश की प्रतीक्षा करनी पड़ती है। सिकंदरपुर गांव पर प्रभाव और समाधान की कोशिशसर्वे नक्शे के अनुसार गांव के करीब तीस से अधिक घर प्रस्तावित विस्तार क्षेत्र के अंतर्गत आ रहे हैं। अधिकारियों का कहना है कि उन्होंने प्रभावित सभी ग्रामीणों से इस मुद्दे पर बातचीत की है। यदि समझाने के बाद भी ग्रामीण सहमत नहीं होते हैं, तो जमीन का दोबारा सर्वे करने का विकल्प भी खुला रखा गया है। मजिस्ट्रेट प्रवीण गुप्ता ने जानकारी दी है कि इस पूरी अधिग्रहण और पुनर्वास प्रक्रिया में अभी कम से कम एक महीने का समय और लग सकता है। आसपास के क्षेत्रों का विकास और सुरक्षा की जरूरतहिंडन एयरपोर्ट के विस्तार से आसपास के इलाकों में भी विकास की गति तेज हो गई है। कई मॉल, आवासीय सोसायटियां और अन्य योजनाएं जो पहले निर्माणाधीन थीं, अब पूर्णता की ओर अग्रसर हैं। इस बढ़ते शहरीकरण के साथ क्षेत्र में सुरक्षा व्यवस्था को और मजबूत करने की भी आवश्यकता महसूस की जा रही है। वर्तमान में यहां 101 एसएसएफ के जवान तैनात हैं, और विस्तार योजना में सुरक्षाकर्मियों के लिए एक सुसज्जित रेस्ट रूम का निर्माण भी प्रस्तावित है ताकि वे बेहतर ढंग से अपनी जिम्मेदारियों का निर्वहन कर सकें।
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हिंडन एयरपोर्ट का होगा विस्तार, 30 घर आ सकते हैं जद में, लोगों से हो रही है बातचीत
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