हाल ही में अमेरिका में एक बैक्टीरियल इन्फेक्शन ने तेजी से पैर पसार लिए हैं, जिससे स्वास्थ्य एजेंसियों की चिंता बढ़ गई है। यह संक्रमण खासकर उन लोगों को अपनी चपेट में ले रहा है जिनका इम्यून सिस्टम थोड़ा कमजोर है या जो साफ-सफाई पर कम ध्यान देते हैं। विशेषज्ञों का मानना है कि इस प्रकार के बैक्टीरियल इन्फेक्शन मौसम, खानपान और जीवनशैली से गहराई से जुड़े होते हैं।
डॉ विशाल खुराना, डायरेक्टर गैस्ट्रोएंटरोलॉजी, मेट्रो हॉस्पिटल फरीदाबाद के मुताबिक इस बीमारी के लक्षण शुरुआत में आम लग सकते हैं, जैसे हल्का बुखार, पेट दर्द या दस्त, लेकिन लापरवाही बरतने पर ये गंभीर रूप भी ले सकते हैं। इसलिए इसका शुरुआती पहचान और समय पर इलाज बहुत जरूरी है। इस संक्रमण को फैलने से रोकने के लिए स्वच्छता, सही खानपान और जागरूकता को सबसे प्रभावी उपाय माना जा रहा है।
विशेषज्ञों का कहना है कि इस तरह की बीमारी से बचने के लिए ताजे खाद्य पदार्थों को ठीक से धोना, खुले में खाने से बचना और साफ पानी का सेवन करना बेहद जरूरी है। कुछ विशेष सावधानियां अपनाकर न केवल इस इन्फेक्शन से बचा जा सकता है, बल्कि दूसरों को भी सुरक्षित रखा जा सकता है। आइए जानते हैं इससे जुड़ी अहम जानकारियां।(Photo credit):Canva
सैल्मोनेला क्या है और कैसे फैलता है
सैल्मोनेला एक प्रकार का बैक्टीरिया है जो दूषित भोजन या पानी के माध्यम से मानव शरीर में प्रवेश करता है। यह मुख्य रूप से कच्चे या अधपके मांस, अंडे, और दूषित फल-सब्जियों के सेवन से फैलता है। इसके अलावा, संक्रमित जानवरों या उनके उत्पादों के संपर्क में आने से भी यह संक्रमण हो सकता है।
सैल्मोनेला संक्रमण के सामान्य लक्षण
शायद आप नहीं जानते होंगे कि इस बैक्टीरियल इन्फेक्शन के क्या लक्षण हैं ?,तो हम आपको बता दें ,तेज बुखार आना, पेट की गड़बड़, पेट में दर्द, उल्टी और सिर दर्द इसके आम लक्षण हैं। लक्षण आमतौर पर संक्रमण के 6 से 72 घंटे के भीतर प्रकट होते हैं और 4 से 7 दिनों तक रह सकते हैं। गंभीर मामलों में, यह संक्रमण रक्तप्रवाह में फैल सकता है, जिससे अस्पताल में भर्ती की आवश्यकता हो सकती है।
सैल्मोनेला संक्रमण का उपचार
अधिकांश सैल्मोनेला संक्रमण बिना किसी विशेष उपचार के ठीक हो जाते हैं। मरीजों को पर्याप्त मात्रा में तरल पदार्थों का सेवन करना चाहिए ताकि शरीर में पानी की कमी न हो। गंभीर मामलों में, डॉक्टर एंटीबायोटिक दवाएं दे सकते हैं। बच्चों, बुजुर्गों और कमजोर प्रतिरक्षा प्रणाली वाले लोगों को विशेष ध्यान देना चाहिए।
खीरे से जुड़ी हालिया बीमारी का मामला

हाल ही में टाइम्स ऑफ़ इंडिया में छपी न्यूज़ (Ref) के हवाले से, अमेरिका में खीरे से जुड़ी सैल्मोनेला बीमारी के कई मामले सामने आए हैं। इस संक्रमण के कारण 15 राज्यों में 26 लोग बीमार हुए हैं, जिनमें से 9 को अस्पताल में भर्ती करना पड़ा। संक्रमित खीरे विभिन्न सुपरमार्केट्स में बेचे गए थे, जिससे व्यापक स्तर पर उत्पादों को वापस मंगवाया गया।
सैल्मोनेला संक्रमण से बचाव के उपाय
संक्रमण से बचाव के लिए भोजन को अच्छी तरह से पकाना, फल और सब्जियों को धोना, और साफ-सफाई का ध्यान रखना आवश्यक है। कच्चे और पके खाद्य पदार्थों को अलग-अलग रखें और खाना बनाते समय हाथों को अच्छी तरह से धोएं। संक्रमित जानवरों या उनके उत्पादों के संपर्क से बचें।
सल्मोनेला संक्रमण के जोखिम वाले समूह
बच्चे, बुजुर्ग, गर्भवती महिलाएं और कमजोर प्रतिरक्षा प्रणाली वाले लोग सैल्मोनेला संक्रमण के प्रति अधिक संवेदनशील होते हैं। इन समूहों को विशेष सावधानी बरतनी चाहिए और संक्रमण के लक्षण दिखने पर तुरंत चिकित्सकीय सलाह लेनी चाहिए।
डिस्क्लेमर: यह लेख केवल सामान्य जानकारी के लिए है । यह किसी भी तरह से किसी दवा या इलाज का विकल्प नहीं हो सकता। ज्यादा जानकारी के लिए हमेशा अपने डॉक्टर से संपर्क करें। एनबीटी इसकी सत्यता, सटीकता और असर की जिम्मेदारी नहीं लेता है।
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