नई दिल्ली: 7 मई के बाद से ऑपरेशन सिंदूर शुरू होने के बाद, शनिवार दस मई को भारत और पाकिस्तान के बीच चल रहे तनाव पर विराम लग गया है। विदेश सचिव विक्रम मिस्री ने एक ब्रीफ प्रेस बयान में ऐलान किया कि शनिवार पांच बजे से दोनों देशों में सीजफायर हो गया है। शनिवार को तेजी से बदलते घटनाक्रम में दोनों देशों के बीच एकाएक सीजफायर की घोषणा दुनिया के लिए सुखद आश्चर्य की तरह आई, वो भी तब जबकि दोनों देशों के बीच तनाव अपने चरम पर था। दोनों देशों की प्रेस कॉन्फ्रेंसनई दिल्ली में सुबह साढ़े दस बजे विदेश मंत्रालय की प्रेस कॉन्फ्रेंस में भारत ने बताया कि किस तरह सेना ने पाकिस्तान की उकसावे वाली कार्रवाई को नाकाम किया। उससे पहले सुबह चार बजे इस्लामाबाद में पाकिस्तान की सेना ने भी एक प्रेस कॉन्फ्रेंस की थी। लेकिन शाम होते-होते दोनों देशों के बीच सीजफायर पर सहमति बन गई। अमेरिकी राष्ट्रपति की भूमिकाजिसकी सबसे पहले घोषणा अमेरिकी राष्ट्रपति डॉनल्ड ट्रंप की ओर से आई। ट्रंप ने एक सोशल मीडिया पोस्ट के जरिए इस बात की घोषणा कर दी कि दोनों देश भारत-पाकिस्तान पिछले तीन दिनों से जारी संघर्ष पर तत्काल पूर्ण युद्धविराम के लिए सहमत हो गए हैं। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने अपने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ट्रूथ पर एक पोस्ट में लिखा, 'अमेरिका की मध्यस्थता में रात में चली लंबी वार्ता के बाद मुझे यह घोषणा करते हुए खुशी हो रही है कि भारत और पाकिस्तान पूर्ण और तत्काल युद्धविराम पर सहमत हो गए हैं।' द्विपक्षीय सहमतिविदेश सचिव ने जानकारी दी कि दोनों देश के DGMO के बीच शाम 3.30 पर बात हुई। पाकिस्तान के डीजीएमओ ने भारत के डीजीएमओ को फोन किया। सरकार के सूत्रों का कहना है कि ये फैसला दोनों देशों के बीच द्विपक्षीय तरीके से लिया गया। इसमें किसी तीसरे देश की भूमिका नहीं थी। किसी तरह की शर्तें नहीं थीं और सिंधु जल संधि फिलहाल निलंबित रहेगी। अमेरिका की मध्यस्थता और बदला रुखवॉशिंगटन, दिल्ली, इस्लामाबाद के बीच टेलीफोन की घंटियां बजीं। दरअसल, जिस तरह शनिवार को दोनों देशों के बीच तनाव अपने चरम पर था, उसी दौरान अमेरिकी विदेश मंत्री मार्को रूबियो ने दोनों देशों के विदेश मंत्रियों से संपर्क साधा। लेकिन रूबियो ने सबसे पहला फोन पाकिस्तान के आर्मी चीफ आसिफ मुनीर को लगाया था। अमेरिकी बयान के मुताबिक, रूबियो ने मुनीर के साथ हुई इस बातचीत में सकारात्मक बातचीत के लिए अमेरिकी मदद की पेशकश की। यूं तो अमेरिका दोनों देशों के बीच तनाव को लेकर चिंतित होने का बयान देता रहा है, लेकिन उपराष्ट्रपति जेडी वैंस ने एक दिन पहले ही कहा था कि अमेरिका दोनों देशों से कुछ नहीं कहेगा क्योंकि यह उसका मामला नहीं है। लेकिन शनिवार को अमेरिका का रुख अलग नजर आया। विदेश मंत्रियों के साथ बातचीतदोनों देशों के विदेश मंत्रियों के साथ टेलीफोन पर हुई बातचीत में रूबियो ने कहा कि दोनों पक्षों को डि-एस्कलेट करना चाहिए। इसके साथ ही उन्होंने दोनों पक्षों को डायरेक्ट संवाद फिर से बहाल करने के लिए कहा। अमेरिकी बयान के मुताबिक, रूबियो ने विदेश मंत्री जयशंकर से भी बात की और वही बातें दोहराईं जो इशाक डार से की थीं। भारत और पाकिस्तान का रुखविदेश मंत्री एस जयशंकर ने अपने एक सोशल मीडिया पोस्ट में इसकी जानकारी देते हुए साफ कहा कि रूबियो से कहा गया है कि आतंकवाद को काउंटर करने के मद्देनजर भारत की प्रतिक्रिया लक्षित और संतुलित रही है। इस बीच, पाकिस्तानी मीडिया के साथ संवाद में पाकिस्तान के विदेश मंत्री इशाक डार ने माना कि मार्को रूबियो के साथ उनकी बातचीत में उन्होंने कहा कि अगर भारत एक्शन करना बंद कर देता है, तो वो भी रुक जाएंगे। यह बयान पाकिस्तान के हुक्मरानों के बीते कई दिनों के रवैये से नर्मी के संकेत देता है। सऊदी अरब की कोशिशेंपहलगाम हमले के बाद से ही मध्यस्थता का ऑफर दे रहे सऊदी अरब ने शनिवार को भी भारत और पाकिस्तान के विदेश मंत्रियों से बात की। सऊदी विदेश कार्यालय की ओर से जारी एक बयान में कहा गया कि विदेश मंत्री फैसल बिन फरहान ने भारत के विदेश मंत्री एस. जयशंकर और पाकिस्तान के उप प्रधानमंत्री व विदेश मंत्री इशाक डार के साथ फोन पर बातचीत की। उन्होंने कहा कि चर्चा में तनाव कम करने और चल रहे सैन्य टकरावों को समाप्त करने के प्रयासों पर ध्यान केंद्रित किया गया। सऊदी नेतृत्व की पहलइससे पहले सरकार की ओर से शनिवार को ही उनके विदेश मंत्रालय के एक संक्षिप्त बयान में कहा गया कि सऊदी नेतृत्व के निर्देश पर विदेश मंत्री आदिल अल जुबैर ने दोनों देशों का दौरा कर तनाव कम करने की कोशिश की। बता दें, मुस्लिम वर्ल्ड लीग की ओर से सऊदी नेतृत्व के शांति के इन प्रयासों की तारीफ भी की। वहीं, शनिवार को चीन ने भी संयम बरतने और शांतिपूर्ण समाधान की ओर लौटने की अपील की थी। 48 घंटों में तनाव में कमीअमेरिकी राष्ट्रपति की घोषणा के साथ विदेश मंत्री रूबियो ने बताया कि किस तरह दोनों देशों के बीच तनाव कम हुआ। रूबियो ने भी एक्स पर कहा कि पिछले 48 घंटे में उपराष्ट्रपति जेडी वैंस और मैंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, विदेश मंत्री जयशंकर और पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ, सेना प्रमुख मुनीर और भारत के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल समेत वरिष्ठ भारतीय और पाकिस्तानी अधिकारियों के साथ बातचीत की है। सीजफायर पर सहमति और भारत का रुखट्रंप के पोस्ट के बाद पाकिस्तानी विदेश मंत्री ने सीजफायर को लेकर पोस्ट की। जयशंकर ने भी सीजफायर को लेकर एक पोस्ट की। जयशंकर ने कहा कि भारत और पाकिस्तान के बीच आज गोलीबारी एवं सैन्य कार्रवाई रोकने पर सहमति बनी है। लेकिन उन्होंने यह भी जोड़ा कि भारत ने सभी तरह के आतंकवाद के खिलाफ अपना अडिग रुख रखा है और हम ऐसा करते रहेंगे।
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