घरेलू क्रिकेट में लगातार दमदार प्रदर्शन करने वाले सरफराज खान को एक बार फिर इंडिया ए टीम में जगह नहीं दी गई है। इस फैसले के बाद क्रिकेट प्रेमियों और विशेषज्ञों के बीच जहां मायूसी देखी जा रही है, वहीं AIMIM नेता असदुद्दीन ओवैसी ने इस पर तीखी प्रतिक्रिया देते हुए BCCI की चयन प्रक्रिया पर गंभीर सवाल खड़े किए हैं।
ओवैसी ने सोशल मीडिया के माध्यम से इस फैसले पर नाराजगी जताते हुए लिखा,
“सरफराज खान ने रणजी ट्रॉफी में लगातार तीन सीज़न में 900+ रन बनाए हैं। आखिर उन्हें नजरअंदाज करने की वजह क्या है? क्या सिर्फ नाम की वजह से उन्हें टीम में जगह नहीं मिल रही?”
घरेलू प्रदर्शन की अनदेखी?
सरफराज खान ने रणजी ट्रॉफी सहित घरेलू टूर्नामेंट्स में पिछले कुछ वर्षों से लगातार बेहतरीन प्रदर्शन किया है। 2022 और 2023 में उन्होंने औसतन 100 से ऊपर की बल्लेबाजी करते हुए अपनी योग्यता को साबित किया। बावजूद इसके, उन्हें न तो भारतीय सीनियर टीम में मौका मिला और न ही अब इंडिया ए के हालिया स्क्वाड में जगह दी गई है।
इस चयन को लेकर क्रिकेट जगत में भी सवाल उठ रहे हैं। कई पूर्व खिलाड़ियों ने नाम न छापने की शर्त पर कहा कि “ऐसे खिलाड़ी का नजरअंदाज होना चयन प्रक्रिया पर सवाल खड़ा करता है।”
ओवैसी के बयान ने दी बहस को धार
ओवैसी के बयान के बाद यह मुद्दा केवल खेल तक सीमित नहीं रहा। उन्होंने कहा कि सरफराज जैसे खिलाड़ियों के साथ “अन्याय और भेदभाव” हो रहा है। उनके शब्दों में,
“जब प्रदर्शन ही चयन का पैमाना नहीं रह गया, तो युवाओं को क्या संदेश जा रहा है?”
उन्होंने यह भी मांग की कि BCCI को स्पष्ट करना चाहिए कि आखिर किन मापदंडों के आधार पर चयन किया जा रहा है।
BCCI की चुप्पी
फिलहाल BCCI ने इस पूरे मामले पर कोई आधिकारिक टिप्पणी नहीं की है। चयन समिति के सदस्य या बोर्ड के किसी प्रवक्ता ने सरफराज को न चुनने की वजह सार्वजनिक नहीं की है, जिससे अटकलों का बाजार और गर्म हो गया है।
सोशल मीडिया पर समर्थन
सरफराज खान को लेकर सोशल मीडिया पर भी बहस तेज हो गई है। क्रिकेट प्रेमी, युवा खिलाड़ी और पत्रकार लगातार इस बात को उठा रहे हैं कि “योग्यता को नजरअंदाज करना प्रतिभा का अपमान है।” कई लोग ओवैसी के बयान का समर्थन करते दिखे, जबकि कुछ ने इसे राजनीति से प्रेरित करार दिया।
यह भी पढ़ें:
क्या आप भी खाते ही नहाते हैं? यह आदत सेहत के लिए हो सकती है हानिकारक
You may also like
डेढ़ साल में कनाडा से डिपोर्ट हुए लगभग 4 हजार भारतीय, जानें देश से क्यों निकाले गए स्टूडेंट-वर्कर
जेपी सेनानियों को पेंशन दें पीएम मोदी : सूरज मंडल
मां शक्ति काली पूजा पंडाल का उद्घाटन, भक्तों ने किया हनुमान चालीसा का पाठ
सेवानिवृत्त फौजी की मौत पर न्यास ने जताया आक्रोश
जबलपुर : लोक निर्माण मंत्री ने उमरिया गौशाला में की भगवान गोवर्धन की पूजा