दोस्तो किसी के साथ अनहोनी होना आपके हाथों में नहीं हैं, वो किसी के साथ भी गठित हो सकती है, लेकिन आपने देखा होगा कि कुछ अनहोनी होने से पहले जनवार अजीब प्रतिक्रिया देते है, क्योंकि कई जानवरों में अद्भुत इंद्रियाँ होती हैं जो उन्हें पर्यावरण में प्राकृतिक परिवर्तनों का पता लगाने में सक्षम बनाती हैं, कभी-कभी तो आपदा आने से पहले ही। जानवरों को भूकंप, सुनामी या तूफ़ान जैसी घटनाओं से पहले असामान्य व्यवहार करते हुए देखा गया है, और अक्सर इंसानों को पहले ही चेतावनी दे देते हैं। आइए जानते हैं इसके पीछे का कारण-
1. पक्षी -
घरों के ऊपर मंडराते या अचानक बड़ी संख्या में पलायन करते पक्षियों को अक्सर अशुभ संकेत माना जाता है, संभवतः वायुमंडलीय दबाव और कंपन के प्रति उनकी संवेदनशीलता के कारण।
2. कुत्ते -
कुत्ते तूफ़ान या भूकंप से पहले वायुदाब और स्थैतिक विद्युत में बदलाव को भांप लेते हैं। उनकी बेचैनी या लगातार भौंकना कभी-कभी आने वाली प्राकृतिक आपदा की पूर्व चेतावनी का काम कर सकता है।
3. गहरे समुद्र की मछलियाँ -
ओअरफ़िश, एक गहरे समुद्र की प्रजाति, भूकंप की भविष्यवाणी से जुड़ी हुई है। जापानी संस्कृति में, तट के पास ओअरफ़िश को देखना आसन्न भूकंप का चेतावनी संकेत माना जाता है ये मछलियाँ पानी के नीचे की हलचल के कारण सतह पर आ जाती हैं।
4. गायें और खेत के जानवर -
गायें, भेड़ें और कुत्ते भूकंप आने से कुछ घंटे पहले असामान्य रूप से बेचैनी दिखाते हैं। इससे पता चलता है कि कई खेत के जानवर सहज रूप से ज़मीन के कंपन या विद्युत चुम्बकीय परिवर्तनों का पता लगा सकते हैं।
5. बिल्लियाँ -
बिल्लियाँ अक्सर खतरे का आभास पहले ही कर लेती हैं। उनकी अचानक चीख़ या घबराहट भरी हरकतें भूकंप का पहले से पता लगाने की उनकी क्षमता से जुड़ी हैं।
You may also like

स्टॉक मार्केट में लेंसकार्ट की कमजोर एंट्री, पहले दिन ही नुकसान में आईपीओ निवेशक

चंदन राजभर की कुल्हाड़ी से हत्या करने वाला अभिनन्दन पुलिस मुठभेड़ में घायल

पानीपत की धागा फैक्ट्री में लगी आग करोड़ों का नुकसान

टूटेगा Virender Sehwag का महारिकॉर्ड, कोलकाता टेस्ट में सिर्फ 1 छक्का जड़कर सिक्सर किंग बनेंगे Rishabh Pant

प्रदूषण के खिलाफ एकजुटता जरूरी, सीएम रेखा गुप्ता और भगवंत मान ठोस कदम उठाएं : कांग्रेस प्रवक्ता शमा मोहम्मद





