नई दिल्ली, 24 अक्टूबर . सिंगापुर और भारत की नौसेनाएं विशाखापत्तनम में समुद्री द्विपक्षीय अभ्यास कर रही हैं. सिंगापुर गणराज्य का नौसैनिक जहाज आरएसएस टेनेशियस हेलीकॉप्टर के साथ इसमें भाग लेने के लिए विशाखापत्तनम पहुंचा है. भारतीय नौसेना के विध्वंसक ‘आईएनएस दिल्ली’ ने जर्मन नौसेना के युद्धपोत बाडेन-वुर्टेमबर्ग और टैंकर फ्रैंकफर्ट एम मेन के साथ हिंद महासागर में समुद्री साझेदारी अभ्यास (एमपीएक्स) में हिस्सा लिया.
भारत और सिंगापुर के बीच हो रही है एक्सरसाइज सिंबेक्स को 1994 में ‘ एक्सरसाइज लायन किंग ‘ के रूप में शुरू किया गया था, तब से यह भारतीय नौसेना और रिपब्लिक ऑफ सिंगापुर नेवी के बीच सबसे महत्वपूर्ण द्विपक्षीय समुद्री सहयोग में से एक बन गया है. यह अभ्यास दो चरणों में आयोजित किया जा रहा है.
सिंबेक्स की शुरुआत 24 अक्टूबर को आईएनएस शिवालिक पर की गई. इसमें पूर्व बेड़े और सिंगापुर नौसेना की भाग लेने वाली इकाइयां शामिल हुईं. विशाखापत्तनम में 25 अक्टूबर तक बंदरगाह चरण हो रहा है. इसके बाद 28 से 29 अक्टूबर तक बंगाल की खाड़ी में समुद्री चरण होगा. इस वर्ष के संस्करण का उद्देश्य भारत और सिंगापुर के बीच रणनीतिक साझेदारी को और मजबूत करना, अंतर-संचालनीयता को बढ़ाना, समुद्री क्षेत्र में सुधार करना और आम समुद्री चुनौतियों से निपटने के लिए सहयोग को बढ़ावा देना है.
बंदरगाह चरण में विषय वस्तु विशेषज्ञ आदान-प्रदान (एसएमईई), क्रॉस-डेक दौरे, खेल आयोजन और दोनों नौसेनाओं के कर्मियों के बीच पूर्व-नौकायन ब्रीफिंग शामिल होगी. समुद्री चरण में उन्नत नौसैनिक अभ्यास होंगे. इनमें लाइव हथियारों से फायरिंग, पनडुब्बी रोधी युद्ध (एएसडब्ल्यू) प्रशिक्षण, सतह रोधी और विमान रोधी संचालन, समुद्री कौशल विकास और सामरिक अभ्यास शामिल होंगे.
दूसरी ओर भारतीय नौसेना के विध्वंसक आईएनएस दिल्ली, जर्मन नौसेना के युद्धपोत बाडेन-वुर्टेमबर्ग और टैंकर फ्रैंकफर्ट एम मेन ने हिंद महासागर में समुद्री साझेदारी अभ्यास (एमपीएक्स) का आयोजन किया. इन अभ्यासों में क्रॉस-डेक उड़ान संचालन, निरंतर पुन पूर्ति, फायरिंग और सामरिक युद्धाभ्यास शामिल हैं.
बंगाल की खाड़ी में जर्मन नौसेना के साथ भारतीय नौसेना के अभिनव समुद्री साझेदारी अभ्यास का उद्देश्य दोनों देशों के बीच समुद्री संबंधों और अंतर-क्षमता को और मजबूत करना है. रक्षा मंत्रालय के मुताबिक, आईएनएस दिल्ली अपनी श्रेणी की विध्वंसक जहाज का प्रमुख है. यह भारतीय नौसेना के पूर्वी बेड़े का हिस्सा है. बाडेन-वुर्टेमबर्ग जर्मन नौसेना के केएफ 125 वर्ग के युद्धपोतों का प्रमुख जहाज है, जबकि फ्रैंकफर्ट एम मेन जर्मन नौसेना का द्वितीय श्रेणी का जहाज है.
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जीसीबी/एकेजे
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