यरुशलम, 11 अगस्त . इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने कहा है कि गाजा में हमास के खिलाफ चल रहा युद्ध अब अपने अंत के करीब है. उन्होंने यह बयान यरुशलम में नए केनेस्सेट संग्रहालय के उद्घाटन समारोह में दिया, जो 1950 से 1966 तक संसद का कार्यस्थल रहा था.
नेतन्याहू ने कहा, “इन्हीं दिनों में, जब हमें खत्म करने आए लोगों के खिलाफ बड़ी जीतें हासिल हो रही हैं, जब हम अभियान के अंत के करीब खड़े हैं और ईरानी धुरी के अवशेषों को हराने तथा सभी बंधकों को मुक्त कराने का प्रयास कर रहे हैं, तब हम यरुशलम के हृदय में अपने अस्तित्व और स्वतंत्रता का उत्सव मना रहे हैं.”
इससे पहले, प्रधानमंत्री को ‘होस्टेज फैमिलीज फोरम’ की कड़ी आलोचना का सामना करना पड़ा, क्योंकि उन्होंने कल रात दिए एक बयान में केवल गाजा में जीवित 20 बंधकों की रिहाई का जिक्र किया था और उन लोगों को अनदेखा कर दिया था, जिन्हें इजरायल ने मृत घोषित कर रखा है.
एक दिन पहले पीएम नेतन्याहू ने कहा था कि अमेरिका के साथ अतिरिक्त मानवीय उपायों पर चर्चा चल रही है. इसमें जमीन के रास्ते और एयरड्रॉप के जरिए राहत सामग्री पहुंचाने के प्रयासों को तेज करना तथा गाजा ह्यूमैनिटेरियन फाउंडेशन के वितरण केंद्रों की क्षमता बढ़ाना शामिल है. हम उम्मीद करते हैं कि भविष्य में संयुक्त राष्ट्र सहित अन्य अंतरराष्ट्रीय संस्थाएं भी इस अभियान में शामिल होंगी. उन्होंने अतीत में गाजा में यूएन की भूमिका की आलोचना भी की.
नेतन्याहू ने दावा किया था कि गाजा में ‘जानबूझकर सिर्फ इजरायली बंधक’ रखे जा रहे हैं, जिन्हें हमास ने कब्जे में लिया है. उन्होंने वैश्विक मीडिया पर आरोप लगाया कि वह हमास द्वारा जारी की गई झूठी तस्वीरों और आंकड़ों पर भरोसा कर रहा है. भूख से पीड़ित बच्चों की जो तस्वीरें दिखाई जा रही हैं, वे या तो गलत हैं या फर्जी हैं.
नेतन्याहू ने इस तरह के दुष्प्रचार को यहूदी विरोधी हिंसा से पहले का संकेत बताया. उन्होंने कहा, “हर यहूदी जनसंहार से पहले, बड़े पैमाने पर यहूदी समुदाय को बदनाम किया गया.”
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डीएससी/
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