New Delhi, 18 अक्टूबर . दिल्ली मेट्रो रेल कॉर्पोरेशन (डीएमआरसी) ने दीपावली के अवसर पर ट्रेनों के समय में बदलाव की घोषणा की है.
डीएमआरसी ने social media प्लेटफॉर्म ‘एक्स’ पर पोस्ट कर बताया कि Sunday, 19 अक्टूबर को पिंक, मैजेंटा और ग्रे लाइनों पर मेट्रो सेवाएं सामान्य से एक घंटा पहले, सुबह 7:00 बजे के बजाय सुबह 6:00 बजे शुरू होंगी.
दीपावली के दिन, Monday , 20 अक्टूबर को, एयरपोर्ट एक्सप्रेस लाइन सहित सभी टर्मिनल स्टेशनों से आखिरी मेट्रो ट्रेनें रात 10:00 बजे रवाना होंगी.
दिन भर सेवाएं नियमित समय सारिणी के अनुसार चलेंगी. डीएमआरसी ने Saturday को एक पोस्ट के माध्यम से यह जानकारी शेयर की और यात्रियों से अपनी यात्रा की योजना उसी के अनुसार बनाने का आग्रह किया.
इस विशेष कार्यक्रम का उद्देश्य त्योहारों के दौरान यात्रियों के लिए सुगम यात्रा की सुविधा प्रदान करना है.
इससे पहले, भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (एनएचएआई) के ‘राजमार्गयात्रा’ ऐप ने उपयोगकर्ताओं को फास्टैग वार्षिक पास उपहार में देने की सुविधा प्रदान की. साथ ही, नागरिकों से दीपावली और त्योहारों के मौसम में “यात्रियों के लिए यह एक आदर्श उपहार” पर विचार करने का आग्रह किया.
Government के अनुसार, उपयोगकर्ता ऐप्लिकेशन पर “पास जोड़ें” विकल्प पर क्लिक करके पास सक्रिय कर सकते हैं और फिर प्राप्तकर्ता के वाहन नंबर और उस व्यक्ति के संपर्क विवरण दर्ज कर सकते हैं, जिसे वे पास उपहार में देना चाहते हैं.
एक आधिकारिक बयान में बताया गया है, ओटीपी सत्यापन के बाद, वार्षिक पास उस वाहन से जुड़े फास्टैग पर सक्रिय हो जाएगा, जिससे बार-बार रिचार्ज की आवश्यकता के बिना आसान यात्रा संभव होगी.
फास्टैग वार्षिक पास राष्ट्रीय राजमार्ग उपयोगकर्ताओं के लिए एक सुगम और किफायती यात्रा विकल्प प्रदान करता है, और यह India भर में लगभग 1,150 टोल प्लाजा पर लागू है.
वार्षिक पास की लागत 3,000 रुपए है और यह एक वर्ष या 200 टोल प्लाजा क्रॉसिंग तक मान्य है. यह पास सभी नॉन-कमर्शियल वाहनों के लिए लागू है, जिनके पास वैध फास्टैग है.
–
एससीएच
You may also like
अवैध बॉक्साइट उत्खनन पर संयुक्त छापेमारी, 12 टन खनिज जब्त
54 वर्षों बाद आखिर खुल गया बांकेबिहारी का तोशखाना
Kantara: Chapter 1 ने तीसरे शनिवार को कमाई में दिखाया हल्का उछाल
सनी संस्कारी की तुलसी कुमारी: बॉक्स ऑफिस पर गिरावट और भविष्य की चुनौतियाँ
धनतेरस पर्व पर वाराणसी के बाजारों में जमकर हुई धनवर्षा, 3000 करोड़ से पार कारोबार