नई दिल्ली, 17 अक्टूबर . सुलभ इंटरनेशनल की उपाध्यक्ष आभा कुमार ने मंगलवार को विश्व खाद्य दिवस के मौके पर सुलभ इंटरनेशनल द्वारा आयोजित किए गए कार्यक्रम पर से विशेष बातचीत की.
उन्होंने कहा, “विश्व खाद्य दिवस के अवसर पर सुलभ इंटरनेशनल ने एक महत्वपूर्ण कार्यक्रम का आयोजन किया, जिसका उद्देश्य खाद्य सुरक्षा और स्थायी विकास को बढ़ावा देना था. सुलभ इंटरनेशनल स्वच्छता, शिक्षा और स्वास्थ्य में पिछले 54 वर्षों से काम कर रहा है. अब हमने खाद्य क्षेत्र में भी अपना काम शुरू किया है और हमें पूरी उम्मीद है कि आगामी दिनों में हम इस क्षेत्र में उल्लेखनीय प्रदर्शन करेंगे. इस दिशा में हमारा पूरा तंत्र बेहतर परिणाम देने के लिए तैयार है.”
उन्होंने कहा, “महाराष्ट्र के गांवों में महिला किसानों के साथ मिलकर, सुलभ इंटरनेशनल ने उन्हें आर्थिक रूप से आत्मनिर्भर बनाने का काम किया है . हमारे काम को लेकर कई महिला किसानों ने खुशी जाहिर की है और उन्होंने हमसे आग्रह किया है कि हम इस काम को आगामी दिनों में विस्तारित स्वरूप प्रदान करें, ताकि उनकी जैसी अन्य महिला किसानों को आर्थिक मोर्चे पर फायदा पहुंचे. इस परियोजना के तहत महिला किसानों को खाद्य उत्पादन और मार्केटिंग में प्रशिक्षण दिया गया, जिससे वे अपने परिवारों की खाद्य सुरक्षा सुनिश्चित कर सकें.”
उन्होंने कहा, “मधुबनी और दरभंगा में सुलभ इंटरनेशनल ने स्थानीय किसानों के साथ मिलकर मिलेट्स की खेती पर काम किया है. मिलेट्स एक पौष्टिक और स्थायी खाद्य विकल्प है, जो स्थानीय जलवायु और मिट्टी के अनुकूल है. इस परियोजना के तहत, किसानों को मिलेट्स की खेती और विपणन में प्रशिक्षण दिया गया, जिससे वे अपनी आय बढ़ा सकें. सुलभ इंटरनेशनल ने समस्तीपुर, मधुबनी और दरभंगा में इस कार्यक्रम की शुरुआत की है और भविष्य में इसे बड़े पैमाने पर लागू करने की योजना है. इस कार्यक्रम का उद्देश्य खाद्य सुरक्षा, स्थायी विकास और महिला सशक्तिकरण को बढ़ावा देना है. हम इस कार्यक्रम को आगामी दिनों में विस्तारित स्वरूप देंगे. इस दिशा में हमने रूपरेखा निर्धारित कर ली है, जिसे हम जल्द ही जमीन पर उतारेंगे.”
–
एसएचके/एकेजे
The post first appeared on .
You may also like
भतौरिया-कंझिया के पास ओवर ब्रिज या अंडरपास का हो निर्माण – चक्रपाणि
इंडिगो और अकासा के 10 विमानों को बम से उड़ाने की धमकी, सुरक्षा एजेंसियां अलर्ट
कांग्रेस ने एमएसपी पर फसलों की खरीद के लिए कानूनी गारंटी देने की मांग की
हिमाचल प्रदेश की 723 ग्राम पंचायतें टीबी मुक्त
चमोली पुलिस ने तेज किया सत्यापन अभियान