कर्नाटक की राजधानी बेंगलुरु में गायों के साथ हैवानियत का मामला सामने आया है। यहां सैयद नसरू नाम के एक शख्स ने तीन गायों के थन को काट दिया है।
कर्नाटक की राजधानी बेंगलुरु से हैरान कर देने वाला मामला सामने आया है। यहां चामराजपेट इलाके में तीन गायों के थन को आंशिक रूप से काट दिया गया है। इस घटना के बाद इलाके में तनाव फैल गया। पुलिस ने इस मामले में तुरंत कार्रवाई करते हुए चामराजपेट इलाके से इस हैवानियत के आरोपी को गिरफ्तार किया है। आरोपी की पहचान बिहार के चंपारण जिले के रहने वाले 30 वर्षीय सैयद नसरू के रूप में हुई है। आइए जानते हैं इस पूरी घटना के बारे में विस्तार से।
दरअसल, कॉटनपेट पुलिस स्टेशन की सीमा के विनायक नगर से सूचना मिली थी कि शनिवार और रविवार की दरमियानी रात कुछ बदमाशों ने तीन गायों के थन को आंशिक रूप से काट दिया था। पुलिस नेइस मामले में पशु क्रूरता अधिनियम और बीएनएस की धारा 325 के तहत एक प्राथमिकी दर्ज की और अपनी जांच को शुरू किया। इसके बाद जांच के दौरान पुलिस को पता लगा कि बिहार के चंपारण जिले के रहने वाले नसरू नामक व्यक्ति ने शराब के नशे में इस घटना को अंजाम दिया है। इसके बाद सैयद नसरू को गिरफ्तार किया है।
गायों के साथ हैवानियत की इस घटना के बाद इलाके में तनाव फैल गया और भाजपा ने भी अपराधियों को तुरंत पकड़ने की चेतावनी जारी की। मुख्यमंत्री सिद्धरमैया ने घटना पर कड़ा रुख अपनाया बेंगलुरु के पुलिस आयुक्त बी.दयानंद को इस मामले को सुलझाने का निर्देश दिया था।
पुलिस ने कहा है कि सैयद नसरू ने नशे की हालत में गायों के साथ ये कुकृत्य किया था। ये खबर आप हिमाचली खबर में पढ़ रहे हैं। । जानकारी के मुताबिक, आरोपी वहीं घटनास्थल से 50 मीटर दूर प्लास्टिक एवं कपड़े के थैले की सिलाई की दुकान में काम करता था। पुलिस के मुताबिक, ये स्पष्ट किया गया है कि इस घटना में कोई और शामिल नहीं है।
— News Just Abhi (@newsjustabhi) November 9, 2024
You may also like
पाकिस्तान के 50 से ज्यादा ड्रोन और मिसाइलों को भारतीय सेना ने तबाह किया: दिलीप जायसवाल
भारत और पाकिस्तान के पास किस तरह के और कितने ड्रोन हैं?
कभी नही होगा घुटनों में दर्द, किडनी फैल, पानीपीने का तरीका जान ले ˠ
OMG! इतना मिलता है विंग कमांडर व्योमिका सिंह को वेतन, जानकर ही उड़ जाएंगे होश
गांव साहुवाला द्वितीय में किसानों को फसल की बिजाई से पूर्व मिट्टी की जांच करवाने के बताए फायदें, ग्वार फसल में जड़गलन रोग का ऐसे करें उपचार