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Cancer Cause: भारत में महिलाओं को इस कैंसर का रिस्क सबसे ज्यादा! ये हैं शरुआती संकेत और बचाव के तरीके 〥

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Cancer Cause: कैंसर कई प्रकार के होते हैं। यह रोग किसी भी एज ग्रुप के लोगों को प्रभावित कर सकता है। भारत में भी यह रोग काफी एक्टिव है, यहां हर साल इस बीमारी के मरीज लगातार बढ़ रहे हैं। एक रिपोर्ट के अनुसार, भारत में महिलाओं को सर्वाइकल कैंसर का रिस्क सबसे अधिक होता है। WHO ने सर्वाइकल कैंसर को दुनिया का चौथा आम कैंसर माना है, जो कि महिलाओं को ज्यादा प्रभावित करता है। वहीं, उस आंकड़े के अनुसार, यह भारत में दूसरे नंबर पर है, जिसमें महिलाएं शामिल हैं। आइए जानते हैं इस कैंसर के बारे में सबकुछ।

क्यों खास है यह महीना?

नॉर्थ जियोर्जिया हेल्थ डिस्ट्रिक्ट एक हेल्थ और फैमिली सपोर्ट साइट है, जो अपनी रिपोर्ट में इस बात पर रोशनी दे रही है कि का महीना नए साल की शुरुआत के साथ-साथ इस कैंसर के प्रति जागरूकता का भी है। इस महीने हमें लोगों को इस कैंसर के लक्षणों, रोकथाम और बचाव के उपायों के बारे में अवेयरनेस बढ़ानी चाहिए।

क्या है सर्वाइकल कैंसर?

सर्वाइकल कैंसर मेदांता डॉट कॉम में पब्लिश एक रिपोर्ट के मुताबिक सर्विक्स में बढ़ने वाला एक कैंसर है, जिसके शुरुआती दिनों में लक्षण दिखाई नहीं देते हैं। इसके संकेत ऐसे होते हैं, जिनमें हमारे शरीर में कुछ बदलाव होते हैं, जिन्हें समझने की जरूरत होती है। सर्विक्स महिलाओं के गर्भाश्य का निचला हिस्सा होता है, जो गर्भाश्य और महिलाओं की योनि को आपस में जोड़ता है। यहां कैंसर के सेल्स तेजी से विकसित होते हैं, जो कि खतरनाक होता है। इसके कारणों में धूम्रपान, HIV का संक्रमण, गर्भनिरोधक गोलियों का सेवन और अनसेफ फिजिकल रिलेशन शामिल हैं।

क्या हैं इस कैंसर के शुरुआती संकेत

1. डिसचार्ज- अगर किसी महिला को प्राइवेट पार्ट से अधिक डिसचार्ज की समस्या हो रही है, तो यह कैंसर का लक्षण हो सकता है। इस डिसचार्ज में बदबू, भूरा या लाल रंग दिखाई दे सकता है।

2. वेट लॉस- सर्वाइकल कैंसर के शुरुआती संकेतों में शरीर का अचानक से वजन कम होना शामिल है। दरअसल, इसके मरीज को भूख लगना बंद हो जाता है, जिस कारण वेट लॉस होता है। साथ ही थकान और कमजोरी भी कैंसर का संकेत है।

3. पेल्विक पेन- पेल्विक पेन का संबंध पीठ के नीचले हिस्से में दर्द के साथ-साथ फेफड़ों, आंतों और यूरिनल एरिया में दर्द महसूस करना भी कैंसर का संकेत है।

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4. पेशाब करने में समस्या- अगर किसी महिला का यूरिन पास करने में मुश्किल महसूस हो रही है, जैसे धीरे-धीरे पेशाब आना, दर्द होना और जलन महसूस करना, तो यह भी कैंसर का संकेत है।

5. संबंध बनाने में परेशानी- महिलाओं को फिजिकल रिलेशन बनाते समय दर्द होना भी इस कैंसर के होने का संकेत हो सकता है।

रोकथाम कैसे करें?

1. HPV वैक्सीनेशन- यह टीका सर्वाइकल कैंसर से बचाव का सबसे प्रभावी तरीका है। यह टीका लड़कियों और महिलाओं को एचपीवी संक्रमण से बचाता है, जिससे सर्वाइकल कैंसर का खतरा कम होता है।

2. सर्वाइकल कैंसर की स्क्रीनिंग समय-समय पर करवाते रहें।

3. सुरक्षित यौन संबंध भी जरूरी है ताकि कैंसर से बचाव में मदद मिले।

4. हेल्दी लाइफस्टाइल अपनाएं, संतुलित आहार और नियमित व्यायाम करें।

5. धूम्रपान और शराब से दूरी बनाएं।

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