जिमीकंद, जिसे सूरन भी कहा जाता है, केवल एक सब्जी नहीं है, बल्कि यह एक महत्वपूर्ण जड़ी-बूटी भी है। इसके फायदे बहुत कम लोग जानते हैं। इसमें फाइबर, विटामिन सी, बी6, बी1, फोलिक एसिड के साथ-साथ पोटेशियम, आयरन, कैल्शियम, मैग्नीशियम और फॉस्फोरस जैसे पोषक तत्व होते हैं, जो स्वास्थ्य के लिए अत्यंत लाभकारी हैं।
गठिया के रोगियों के लिए यह विशेष रूप से फायदेमंद है, क्योंकि इसमें मौजूद एंटीऑक्सीडेंट्स, विटामिन सी और बीटा-कैरोटिन कैंसर पैदा करने वाले फ्री-रेडिकल्स से लड़ने में मदद करते हैं। इसके अलावा, यह अस्थमा और फेफड़ों से संबंधित समस्याओं में भी सहायक होता है।
नियमित रूप से जिमीकंद का सेवन करने से कब्ज और कोलेस्ट्रॉल से संबंधित समस्याओं में राहत मिलती है। यह याददाश्त को बढ़ाने में मदद करता है और अल्जाइमर रोग से बचाव करता है। ओमेगा-3 से भरपूर होने के कारण, यह रक्त संचार को सुधारने और धमनियों में रुकावट को दूर करने में सहायक है।
ध्यान देने योग्य बातें: आयुर्वेद के अनुसार, किसी भी प्रकार के चर्म रोग या कुष्ठ रोगों में जिमीकंद का सेवन नहीं करना चाहिए।
You may also like
नेपाल सरकार के एक और मंत्री का इस्तीफ़ा, सरकार पर लगाए ये आरोप
MEA Statement On Nepal's Situation : एक घनिष्ठ मित्र और पड़ोसी होने के नाते…नेपाल के ताजा हालात पर भारतीय विदेश मंत्रालय का बयान
Muhammad Waseem टीम इंडिया के खिलाफ बना सकते हैं महारिकॉर्ड, देश का कोई क्रिकेटर नहीं कर पाया है ऐसा
चुनाव से पहले नीतीश का महिलाओं को बड़ा तोहफा, आंगनबाड़ी सेविका और सहायिका का बढाया मानदेय
अंतरराष्ट्रीय साक्षरता दिवस: हेल्थ लिटरेसी क्यों जरूरी, और ऐप्स से कैसे बनें एक्सपर्ट?