लखनऊ। आने वाले दिनों में सर्दी में कमी आने की उम्मीद नहीं है। खासकर सुबह, शाम और रात के समय कोहरा बना रहेगा। शनिवार को पूर्वी और पश्चिमी उत्तर प्रदेश के कुछ क्षेत्रों में हल्की बारिश हो सकती है। रविवार को भी गरज-चमक के साथ बारिश की संभावना जताई गई है। मौसम विभाग ने लखनऊ सहित कई जिलों में वज्रपात की चेतावनी भी जारी की है।
सर्दी और कोहरे का प्रभाव
शुक्रवार को मौसम शुष्क रहा। सुबह की हल्की धूप ने सर्दी से थोड़ी राहत दी, लेकिन शाम होते ही ठंडी हवा ने गलन बढ़ा दी। अगले चार दिनों तक ऐसा मौसम बने रहने की संभावना है। रात में घना कोहरा छा जाएगा।
घने कोहरे के कारण हवाई और रेल यातायात प्रभावित हुआ है। शुक्रवार को दृश्यता 50 मीटर से कम होने के कारण चार उड़ानें रद्द कर दी गईं और छह उड़ानें विलंबित हुईं।
कोहरे से प्रभावित जिले
शनिवार को सोनभद्र, मीरजापुर, चंदौली, वाराणसी, संत रविदास नगर, जौनपुर, गाजीपुर, आजमगढ़, मऊ, बलिया, देवरिया, गोरखपुर, संतकबीरनगर, बस्ती, कुशीनगर, महाराजगंज, सिद्धार्थनगर, गोंडा, बलरामपुर, श्रावस्ती, बहराइच, लखीमपुर खीरी, सीतापुर और आसपास के क्षेत्रों में घना कोहरा छाया रहेगा।
इसके अलावा बांदा, चित्रकूट, कौशांबी, प्रयागराज, फतेहपुर, प्रतापगढ़, हरदोई, फर्रुखाबाद, कन्नौज, कानपुर देहात, कानपुर नगर, उन्नाव, लखनऊ, बाराबंकी, रायबरेली, अमेठी, सुलतानपुर, अयोध्या, अंबेडकरनगर, सहारनपुर, शामली, मुजफ्फरनगर, बागपत, मेरठ, हापुड़, बुलंदशहर, कासगंज, एटा, मैनपुरी, इटावा, औरैया, बिजनौर, अमरोहा, मुरादाबाद, रामपुर, बरेली, पीलीभीत, शाहजहांपुर, संभल, बदायूं और आसपास के क्षेत्रों में भी घना कोहरा रहने की संभावना है।
वज्रपात की चेतावनी
बांदा, चित्रकूट, कौशांबी, फतेहपुर, हरदोई, फर्रुखाबाद, कन्नौज, कानपुर देहात, कानपुर नगर, उन्नाव, लखनऊ, बाराबंकी, रायबरेली, बागपत, मेरठ, गाजियाबाद, हापुड़, गौतम बुद्ध नगर, बुलंदशहर, अलीगढ़, मथुरा, हाथरस, कासगंज, एटा, आगरा, फिरोजाबाद, मैनपुरी, इटावा, औरैया, संभल, बदायूं, जालौन, हमीरपुर, महोबा, झांसी, ललितपुर और आसपास के क्षेत्रों में गरज-चमक के साथ वज्रपात की आशंका है।
यातायात पर प्रभाव
घने कोहरे के कारण हवाई और रेल यातायात पर असर पड़ा है। एयरपोर्ट पर दृश्यता कम होने के कारण कई उड़ानें रद्द की गईं और कई ट्रेनें भी विलंबित हुईं। उदाहरण के लिए, इंडिगो की दिल्ली-लखनऊ उड़ानें रद्द कर दी गईं।
एयरपोर्ट के सूत्रों के अनुसार, घने कोहरे में कैट-3बी उपकरण लगे हैं, लेकिन यह तभी काम करता है जब पायलट प्रशिक्षित होते हैं। यदि पायलट प्रशिक्षित नहीं होते, तो उन्हें विमान उतारने की अनुमति नहीं मिलती।
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