1983 के विश्व कप विजेता खिलाड़ी व पूर्व बीसीसीआई सेलेक्टर रहे कृष्णामाचारी श्रीकांत ने हाल ही में अपने बयान में भारतीय क्रिकेट टीम के हेड कोच, गौतम गंभीर को सलाह दी है कि वह ऑस्ट्रेलिया के विरुद्ध एकदिवसीय श्रृंखला हारने के बाद हड़बड़ाहट के चलते टीम में ज़्यादा बदलाव न करें। भले ही भारतीय दल 2025 की चैंपियंस ट्रॉफी में विजयी रहा हो, परंतु भारतीय टीम ने 2024 से इस फॉर्मेट में असंगत प्रदर्शन किया है।
दूसरी ओर, श्रीकांत ने भारतीय टेस्ट टीम की तारीफ करते हुए कहा कि शुभमन गिल की अगुवाई में भारतीय टेस्ट दल ने इंग्लैंड में बेहतरीन प्रदर्शन किया। गिल के नेतृत्व में एक नई भारतीय टीम ने इंग्लैंड का बेहतरीन तरीके से सामना किया और श्रृंखला को 2-2 पर समाप्त किया। रोहित शर्मा और विराट कोहली जैसे दो दिग्गजों की गैर-मौजूदगी में गिल तथा सभी अन्य खिलाड़ियों ने प्रशंसनीय क्रिकेट खेला।
श्रीकांत ने दिया बड़ा बयानश्रीकांत ने हाल में ही अपने यूट्यूब चैनल पर अपलोड एक वीडियो के माध्यम से कहा- भले ही शुभमन गिल एंडरसन-तेंदुलकर ट्रॉफी में सर्वाधिक रन बनाने वाले खिलाड़ी रहे, लेकिन व्हाइट बाॅल क्रिकेट में उनका हालिया प्रदर्शन बेहद खराब रहा है। खेले गए पिछले 14 व्हाइट बाॅल मैचों में यह खिलाड़ी एक भी अर्धशतक नहीं लगा पाया है। पिछले बार उन्होंने चैंपियंस ट्राॅफी के डेब्यू मैच में बांग्लादेश के खिलाफ अर्धशतक बनाया था।
इंग्लैंड में प्रदर्शन के बाद, शायद गिल खुद पर भी दबाव डाल रहे हैं। उन्हें ऐसा नहीं करना चाहिए और बस अपना स्वाभाविक खेल खेलना चाहिए। लेकिन उनकी बॉडी लैंग्वेज से लगता है कि वह दबाव में हैं, क्योंकि उन्होंने रोहित शर्मा की जगह कप्तान के रूप में ली है और उनके साथ ओपनिंग भी कर रहे हैं। साथ ही, हर कोई पूछ रहा है कि यशस्वी जायसवाल क्यों नहीं खेल रहे हैं? यह सब उनके दबाव को बढ़ाता है।
श्रीकांत ने आगे कहा कि वह इससे उबर जाएँगे, क्योंकि वह शानदार खिलाड़ी हैं। उन्हें बस अपना सामान्य खेल खेलना चाहिए। एक बार जब वह दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ घर में दो बड़ी पारियाँ खेलेंगे, तो वह फिर से आत्मविश्वास हासिल कर लेंगे।





