राजस्थान की राजनीति इन दिनों बेहद रोचक मोड़ पर पहुँच चुकी है। कांग्रेस और बीजेपी के बीच जुबानी जंग लगातार तेज हो रही है। इसी क्रम में कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष गोविन्द सिंह डोटासरा ने मंगलवार को एक बार फिर भारतीय जनता पार्टी पर जमकर हमला बोला। दिलचस्प बात यह रही कि बीजेपी पर तीखे आरोप लगाते हुए डोटासरा ने राहुल गांधी के उस बयान का भी ज़िक्र किया, जिसमें उन्होंने “हाइड्रोजन बम” जैसी राजनीतिक उपमा का इस्तेमाल किया था। डोटासरा के इस बयान से न केवल कांग्रेस खेमे में हलचल मच गई बल्कि बीजेपी के खेमे में भी बेचैनी बढ़ गई।
डोटासरा ने कहा कि राहुल गांधी ने जो ‘हाइड्रोजन बम’ की बात कही थी, वह केवल कोई रूपक नहीं था बल्कि उसके पीछे गहरी रणनीति और संदेश छिपा है। उन्होंने दावा किया कि राहुल गांधी जिस “हाइड्रोजन बम” की चर्चा कर रहे थे, उसका सीधा संबंध बीजेपी की नीतियों और उनके दोहरे रवैये से है। डोटासरा के मुताबिक यह “हाइड्रोजन बम” असल में बीजेपी के झूठे वादों और भ्रष्टाचार के खिलाफ जनता का आक्रोश है, जो चुनावों में फूटकर सामने आएगा।
बीजेपी पर निशाना साधते हुए डोटासरा ने कहा कि भाजपा नेताओं ने जनता से वादे तो किए, लेकिन धरातल पर उनका कोई असर दिखाई नहीं दिया। रोजगार, किसानों की समस्याएं, महंगाई और शिक्षा जैसे मुद्दों पर बीजेपी पूरी तरह असफल रही है। यही वजह है कि राहुल गांधी ने ‘हाइड्रोजन बम’ का ज़िक्र करते हुए यह संकेत दिया था कि जनता अब खामोश नहीं बैठेगी और समय आने पर बीजेपी को कड़ा सबक सिखाएगी।
उन्होंने आगे कहा कि बीजेपी ने अपनी राजनीति को केवल ध्रुवीकरण और झूठे प्रचार पर टिका दिया है। लेकिन जनता अब सब समझ चुकी है। राहुल गांधी का संदेश साफ है कि जनता का गुस्सा ही सबसे बड़ा विस्फोटक है और यही “हाइड्रोजन बम” है, जो चुनावी नतीजों में बीजेपी के लिए भारी साबित होगा। डोटासरा ने उदाहरण देते हुए कहा कि बीजेपी नेताओं ने सत्ता में आने के बाद विकास के नाम पर बड़े-बड़े दावे किए, मगर ज़मीनी सच्चाई यह है कि बेरोजगारी बढ़ी, किसान आत्महत्या कर रहे हैं और युवा पलायन करने को मजबूर हैं।
डोटासरा का यह बयान ऐसे समय आया है जब राजस्थान की राजनीति में चुनावी हलचल तेज है और दोनों दलों के बीच आरोप-प्रत्यारोप का दौर लगातार चल रहा है। राहुल गांधी के बयान पर बीजेपी पहले ही हमलावर थी और अब डोटासरा के खुलासे ने इस बहस को और भी गर्म कर दिया है।
राजनीतिक जानकार मानते हैं कि डोटासरा ने राहुल गांधी के ‘हाइड्रोजन बम’ वाले बयान को नया आयाम देकर जनता के बीच इसे एक बड़ा चुनावी मुद्दा बनाने की कोशिश की है। यह बयान कांग्रेस कार्यकर्ताओं में उत्साह भरने वाला है और विपक्ष को घेरने का एक नया हथियार भी।
You may also like
राजुरा सीट को लेकर राहुल गांधी के आरोप गलत, प्रशासन ने पेश किए सबूत
राहुल, तेजस्वी की जोड़ी क्या हिट होगी, कितनी मजबूती से लड़ेंगे नीतीश कुमार?
'मैं CM बनूं, तो गलत क्या है', चिराग पासवान ने कह दी मन की बात, छिन जाएगी नीतीश की कुर्सी ?
आरबीआई की रेपो दर में कटौती से सस्ते होम लोन की उम्मीद
अमित शाह की रणनीति: तमिलनाडु विधानसभा चुनाव में वोट बिखराव रोकने की तैयारी