जयपुर न्यूज़ डेस्क, जयपुर धारव हाई स्कूल, जयपुर ने विद्याधर नगर स्थित अपने परिसर में दो दिवसीय कार्यक्रम में बड़े उत्साह और जोश के साथ 'अवतरण- अनादि गंगा' शीर्षक से पहला वार्षिकोत्सव मनाया। गुरुवार को कार्यक्रम की शुरुआत छात्रों द्वारा वैदिक मंत्रोचार, अतिथियों द्वारा दीप प्रज्ज्वलन और भावपूर्ण श्लोक से हुई, जो एक श्रद्धापूर्ण और सुंदर दीक्षा का प्रतीक है।कार्यक्रम की अध्यक्षता सम्मानित अध्यक्ष देवयानी जयपुरिया ने की, निदेशक अदिति मिसरा, कर्नल दीपक सहगल और अन्य स्कूलों के प्राचार्यों सहित अन्य गणमान्यजन भी उपस्थित थे। परिवर्तन और विकास के प्रतीक इस कार्यक्रम में कक्षा 1 से 12वीं तक के 750 से अधिक छात्रों ने मंत्रमुग्ध कर देने वाले प्रदर्शनों के माध्यम से अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन किया, जिसमें नृत्य, संगीत और नाटक शामिल थे।
विद्यार्थियों ने 'अवतरण- अनादि गंगा' नाटिका द्वारा गंगोत्री से बंगाल की खाड़ी तक गंगा नदी के उद्भव और वर्तमान रूप की यात्रा, स्थिति को अभिनय, नृत्य के माध्यम से प्रस्तुत करते हुए यह संदेश दिया कि यदि हमने इसके महत्त्व को नहीं समझा तो यह अत्यधिक विनाशकारी रूप धारण कर मनुष्य के लिए घातक हो सकती है।दो दिवसीय कार्यक्रम ऊर्जा, रचनात्मकता और उत्साह से भरी संध्या थी, जो नई शिक्षा नीति में निर्धारित एसडीजी लक्ष्यों के अनुरूप प्रकृति के प्रति समग्र शैक्षिक झुकाव को बढ़ावा देने के लिए स्कूल की प्रतिबद्धता को दर्शाता है।
पहले दिन सभा को संबोधित करते हुए अध्यक्ष देवयानी जयपुरिया ने छात्रों के भविष्य को आकार देने में शिक्षा के महत्त्व पर जोर दिया। कार्यक्रम हमारे छात्रों और कर्मचारियों की कड़ी मेहनत, समर्पण और रचनात्मकता का प्रमाण है। हमें अपनी उपलब्धियों पर गर्व है और निरंतर उत्कृष्टता की आशा करते हैं।निदेशक अदिति मिसरा ने अपने उद्बोधन में छात्रों की प्रस्तुति की सराहना की और कहा कि 'अवतरण- अनादि गंगा' हमारे छात्रों में समर्पण, जिम्मेदार और आत्मविश्वास का प्रतिनिधित्व करता है। हम एक ऐसा वातावरण प्रदान करने का प्रयास करते हैं, जो रचनात्मकता, अकादमिक उत्कृष्टता और व्यक्तिगत विकास को बढ़ावा देता है।
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