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Hanumangarh जिलाधिकारी कानाराम की अध्यक्षता में बैठक आयोजित

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हनुमानगढ़ न्यूज़ डेस्क, जिले में पर्यावरण प्रदूषण को रोकने के लिए जिला प्रशासन कृतसंकल्पित है। नियमों का उल्लंघन कर प्रदूषण फैलाने वाले ईंट भट्टों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। इसके लिए राजस्व, खनन विभाग और राजस्थान राज्य प्रदूषण नियंत्रण मंडल के अधिकारियों की टीम गठित की गई है। यह टीम मौके का निरीक्षण कर 15 दिन में विस्तृत रिपोर्ट कलेक्टर को सौंपेगी। जिला कलेक्टर कानाराम ने मंगलवार को कलेक्ट्रेट सभागार में आयोजित जिला पर्यावरण समिति की बैठक में यह निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि ईंट भट्टों की सभी मापदंडों पर जांच की जाए। इसमें किसी प्रकार की लापरवाही नहीं बरतें। हमारे लिए आमजन का बेहतर स्वास्थ्य और प्रदूषण मुक्त पर्यावरण सर्वोच्च प्राथमिकता है। निरीक्षण के दौरान भट्टों पर लगी चिमनी की ऊंचाई, शहरी क्षेत्र में संचालन की स्थिति, नए नियमों के अनुसार संचालन सहित विभिन्न बिंदुओं की जांच की जाए।

जिला कलेक्टर कानाराम ने बायो मेडिकल वेस्ट प्रबंधन पर विशेष ध्यान देने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग आमजन को घरों से निकलने वाले कचरे का नियमानुसार निपटान करने के लिए जागरूक करे। नगर परिषद को भी घरों से कचरा एकत्रित करने वाले वाहनों में बायोमेडिकल वेस्ट के लिए बॉक्स लगाना चाहिए। लोगों को इसमें कचरा डालने के लिए प्रेरित करना चाहिए। जिला कलक्टर ने पॉलीथिन का उपयोग बंद करने तथा लोगों को कपड़े व जूट के कैरी बैग का उपयोग करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि सब्जी मंडी व अन्य बाजारों में पॉलीथिन के उपयोग पर कार्रवाई की जाए।

व्यापार मंडल व दुकानदारों से बात कर समझाइश की जाए। उन्होंने उप वन संरक्षक को मानसून के दौरान लगाए गए पौधों की देखभाल सुनिश्चित करने तथा नष्ट हो चुके पौधों के स्थान पर नए पौधे लगाने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार के महाअभियान को आगे बढ़ाना हम सबकी जिम्मेदारी है। इसलिए मानसून के पौधों का सत्यापन करवाते हुए उनकी सुरक्षा सुनिश्चित की जाए। जिला कलक्टर कानाराम ने कहा कि पराली जलाने से भी प्रदूषण हो सकता है। इसलिए कृषि पर्यवेक्षक खेतों में जाकर किसानों को जागरूक करें। यदि वे फिर भी नहीं मानते हैं तो जांच करवाकर नियमानुसार कार्रवाई की जाए।

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