भोपाल । मध्य प्रदेश में अब भारी बारिश से प्रदेशवासियों को थोड़ी राहत मिलने वाली है। स्ट्रॉन्ग सिस्टम के कमजोर होने से प्रदेश में अगले चार दिन हल्की बारिश का दौर रहेगा। भोपाल, इंदौर, ग्वालियर और उज्जैन में रिमझिम वर्षा होगी। आज रविवार को कहीं भी तेज बारिश का अलर्ट नहीं है।
मौसम विभाग के अनुसार, प्रदेश में शनिवार को बारिश के दो स्ट्रॉन्ग सिस्टम एक्टिव रहे। इनमें एक मानसून समेत दो टर्फ शामिल हैं। इस वजह से कई जिलों में बारिश का दौर रहा, लेकिन अब सिस्टम कमजोर पड़ गया है। रविवार को कहीं भी तेज बारिश का अलर्ट नहीं है। इससे पहले प्रदेश के कई जिलों में नदी-नाले उफान पर रहे और डैम ओवरफ्लो हो गए। कैचमेंट एरिया और सीहोर जिले में बारिश होने के बाद राजधानी भोपाल के बड़ा तालाब में पानी का लेवल 1666.80 फीट तक पहुंच गया। इसके चलते भदभदा डैम के गेट सीजन में पहली बार खुले। रायसेन में हलाली बांध के 3 गेट भी 2-2 मीटर तक खोल दिए गए।
प्रदेश में अब तक 40.6 इंच बारिश हो चुकी है, जो सीजन की 111 प्रतिशत है। अब तक 32.8 इंच बारिश होनी थी। प्रदेश की सामान्य बारिश औसत 37 इंच है। पिछले मानसूनी सीजन में औसत 44 इंच बारिश हुई थी। इस बार बारिश के मामले में गुना सबसे बेहतर है। यहां 63.8 इंच बारिश हो चुकी है। गुना में सामान्य से 30.6 इंच पानी ज्यादा गिर चुका है। श्योपुर में 56 इंच, मंडला में 55.9 इंच, अशोकनगर में 53.9 इंच और रायसेन में 55.8 इंच बारिश हुई है। सबसे कम बारिश वाले 5 जिले इंदौर और उज्जैन संभाग के हैं। खरगोन में सबसे कम 25.6 इंच, बुरहानपुर में 25.8 इंच, शाजापुर में 26.2 इंच, खंडवा में 26.4 इंच और बड़वानी में 26.5 इंच बारिश हो चुकी है।
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